● थारू बाहुल्य क्षेत्रों में चलाया जा रहा है अभियान
● थारू जनजाति के लोगों में मिली अनुवांशिकी बीमारी का पता लगाने के लिए चलाए जा रहा है अभियान
लखीमपुर खीरी। थारू जनजाति के लोगों में पनप रही अनुवांशिकी बीमारी का पता चलने के बाद बॉर्डर क्षेत्र के आठ उप केंद्रों पर सिकिल सेल एनीमिया हेल्थ के अंतर्गत अभियान चलाकर जांच की जा रही है। जिसका निरीक्षण महाप्रबंधक मातृ स्वास्थ्य डॉ आरपी दीक्षित द्वारा किया गया। निरीक्षण के क्रम में वह शनिवार को सीएचसी पलिया के अंतर्गत पसिया छिदिया पश्चिम चंदन चौकी पुरैना में जन आरोग्य मंदिर पर चल रहे हेल्थ कैंप में पहुंचे थे। वहीं रविवार को महाप्रबंधक मातृ स्वास्थ्य द्वारा निघासन सीएचसी के बेलापरसुआ और ड़ागा का निरीक्षण किया गया है।
डीपीएम अनिल यादव ने बताया कि महाप्रबंधक मातृ स्वास्थ्य डॉ आरपी दीक्षित सिकल सेल अभियान के निरीक्षण के लिए खीरी पहुंचे हैं। यह अभियान 30 दिसंबर और 31 दिसंबर को चलाया जा रहा है। दो दिवसीय इस अभियान के अंतर्गत पहले दिन थारू जनजाति के 500 लोगों की जांच की गई है। निरीक्षण के दौरान महाप्रबंधक मातृ स्वास्थ्य डॉ आरपी दीक्षित द्वारा कर्मचारियों को निर्देशित किया गया है। उनके द्वारा बताया गया कि थारू जनजाति बाहुल्य क्षेत्र में ब्लड टेस्ट करने से यह पता चला था कि इस जनजाति में सिकल सेल नाम की एक आ
अनुवांशिकी बीमारी है, जिसे देखते हुए दो दिवसीय अभियान का आयोजन किया गया है। यह अभियान पलिया सीएचसी के 6 उपकेंद्रों और निघासन सीएचसी के दो उपकेंद्रों पर चलाए जा रहा है। राज्य स्तर पर इसकी मॉनिटरिंग की जा रही है। जिससे इस बीमारी से ग्रसित लोगों का पता लगाकर उनका उपचार किया जा सके। इस बीमारी का पता लगाने के लिए सोलिबिलिटी टेस्ट किया जाता है। महाप्रबंधक द्वारा सिकिल सेल प्रोटोकॉल के अनुसार जांच करने सहित मोबाइल ऐप पर शत प्रतिशत रिपोर्ट फीड करने के निर्देश भी दिए गए हैं। निरीक्षण के दौरान सीएचसी पलिया अधीक्षक डॉ भारत सहित डॉ अजीत, काउंसलर अंकित दीक्षित व सीएचओ, एएनएम और आशा मौजूद रहीं।
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