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सोमवार, 16 अक्टूबर 2023

मिशन शक्ति / नए भारत का नया उत्तर प्रदेश लिख रहा है सफलता की नई इबारत

● 2017-18 में यूपी की 14.2 और 2022-23 में 32.10  फीसदी महिलाओं के हाथों को मिला था काम

● रोजगार के दृष्टिगत 2022-23 में दो गुने से अधिक स्वावलंबी हुईं यूपी की मातृशक्ति

● यूपी में महिलाओं को केंद्र व प्रदेश की योजनाओं का शत-प्रतिशत लाभ मिल रहा

लखनऊ, 16 अक्टूबर ( विज्ञप्ति)।  नए भारत का नया उत्तर प्रदेश सफलता की नई कहानी कह रहा है। योगी सरकार ने समर्थ उत्तर प्रदेश के लिए महिला श्रमशक्ति को सशक्त बना दिया है। इनकी समृद्धि के लिए योगी सरकार संकल्पित है। महिलाओं के उत्थान के लिए योगी सरकार ने शनिवार को मिशन शक्ति के चतुर्थ चरण का आगाज किया। नारी सुरक्षा,  सम्मान व स्वावलंबन की दिशा में आगे बढ़ते हुए शारदीय नवरात्रि से निरंतर इस पर अनेक आयोजन भी हो रहे हैं। वहीं केंद्र व प्रदेश सरकार की योजनाओं का पारदर्शी ढंग से शत-प्रतिशत लाभ भी यूपी की महिलाओं को मिल रहा है। योगी सरकार की कुशल निगरानी व इच्छाशक्ति के परिणामस्वरूप महज छह वर्ष में महिला श्रम बल की भागीदारी में 17.9 फीसदी की वृद्धि भी हुई। 2017-18 में जहां महिला श्रम शक्ति की भागीदारी महज 14.2 फीसदी थी, वहीं 2022-23 में बढ़कर यह 32.10 फीसदी हो गई है। 

छह वर्ष में यूपी में महिला श्रम शक्ति 17.9 फीसदी बढ़ी

आवधिक श्रमबल सर्वेक्षण (पीएलएफएस) रिपोर्ट के मुताबिक यूपी में 2017-18 में महिला श्रम शक्ति  14.2 फीसदी थी। छह वर्षों में सीएम योगी आदित्यनाथ के कुशल मार्गदर्शन में महिलाओं के उत्थान पर विशेष रूप से कार्य शुरू हुआ। सीएम ने इन कार्यों की स्वयं मॉनीटरिंग की तो महज छह वर्ष के भीतर 2022-23 में यह महिला श्रम बल बढ़कर 32.10 फीसदी हो गया। यानी इनकी भागीदारी दर में 17.9 की वृद्धि हुई है, जो दर्शाती है कि योगी के यूपी में सुरक्षा व सम्मान पाकर महिलाएं स्वावलंबन की तरफ तेजी से अग्रसर हुई हैं।   

भारत की भागीदारी दर 39.80, यूपी की 32.10 फीसद

रिपोर्ट के मुताबिक 2022-23 में भारत की भागीदारी दर 39.80 है तो यूपी की 32.10 फीसदी। वहीं 2017-18 में भारत की भागीदारी दर 25.3 फीसदी थी तो उस समय यूपी की भागीदारी दर 14.2 थी यानी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत में महिलाओं की सशक्तिकरण पर ध्यान दिया तो योगी आदित्यनाथ ने यूपी में महिलाओं के स्वावलंबन पर। मोदी-योगी की इस जोड़ी ने भारत व यूपी में महिला श्रमशक्ति को निखारते हुए उन्हें अपने पैर पर खड़ा होने का रास्ता दिया।  

केंद्र व प्रदेश की योजनाओं का महिलाओं को मिला शत-प्रतिशत लाभ

योगी सरकार महिलाओं से जुड़ी केंद्र-प्रदेश की योजनाओं के क्रियान्वयन व पारदर्शी ढंग से शत-प्रतिशत लाभ दिलाने पर पूरा ध्यान रखी है। केंद्र की बेटी बचाओ-बेटी बचाओ योजना के अंतर्गत यूपी को 1.90 करोड़ बेटियों को जागरूक किया गया। मिशन शक्ति अभियान के तहत 8.99 करोड़ महिलाओं को जागरूक किया गया। 1,89,789 आंगनबाड़ी केंद्र स्वीकृत किए गए, इनमें से 1,89,014 केंद्र संचालित भी हैं। 10 लाख सेल्फ ग्रुप बनाकर एक करोड़ महिलाओं को जोड़ा गया। दो लाख से अधिक महिलाओं को पीएम स्वनिधि योजना से लाभान्वित किया गया। सभी 57 हजार से अधिक ग्राम पंचायतों में बीसी सखी की नियुक्ति की गई। सरकारी नौकरियों में भी डेढ़ लाख से अधिक महिलाओं को यूपी में नौकरी से जोड़ा गया। साथ ही अन्य सभी योजनाओं से महिलाएं लाभान्वित हो रही हैं।

बेटियों और महिलाओं की सुरक्षा को मैदान में एंटी रोमियो स्क्वायड की 1678 टोलियां

● सीएम योगी के निर्देश पर पूरे प्रदेश में समय-समय पर शोहदों के खिलाफ चलाया जा रहा विशेष अभियान

● 6 माह के विशेष अभियान में 30 लाख से अधिक स्थानों पर हुई चेकिंग तो सात हजार से अधिक मुकदमे दर्ज कर साढ़े नौ हजार शोहदे चढ़े हत्थे

● एंटी रोमियो स्क्वायड ने जोन और कमिश्नरेट स्तर पर की वृहद कार्रवाई

लखनऊ, 16 अक्टूबर: यूपी की बेटियों और महिलाओं की सुरक्षा को लेकर दृढ़ संकल्पित योगी सरकार की एंटी रोमियो स्क्वायड शोहदों पर कहर बनकर टूट रही है। प्रदेश में शोहदों और मनचलों पर नकेल कसने के लिए एंटी रोमियो स्क्वायड द्वारा विशेष अभियान चलाया गया। 6 माह के अभियान में 1678 एंटी रोमियो स्क्वायड द्वारा एक्शन लिया गया, इसमें 3324 पुरुष और 4090 महिला पुलिसकर्मी शामिल थीं। स्क्वायड ने शोहदों की पहचान के लिए प्रदेश के 30,76,246 स्थानों की चेकिंग की। इनमें स्कूल, सार्वजनिक स्थलों जैसे चौराहे, बाजार,  मॉल्स, पार्क एवं अन्य स्थान शामिल हैं। इन स्थानों पर कुल 1,34,33,261 व्यक्तियों की चेकिंग की गयी। इस दौरान 7563 मुकदमे दर्ज किए गए, जबकि 9512 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया। वहीं 48,92,991 व्यक्तियों को चेतावनी देकर छोड़ा गया। एंटी रोमियो स्क्वायड ने पूरे प्रदेश में जोन और कमिश्नरेट स्तर पर कार्रवाई की। 

सबसे ज्यादा आगरा जोन के मनचलों पर चला स्क्वायड का चाबुक

डीजीपी विजय कुमार ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मंशा के अनुरूप प्रदेश में बेटियों और महिलाओं को सुरक्षित माहौल देने के लिए एंटी रोमियो स्क्वायड द्वारा शोहदों-मनचलों के खिलाफ कार्रवाई के लिए समय-समय पर अभियान चलाया जाता है। इस क्रम में प्रदेश भर में स्क्वायड की ओर से 6 माह में विशेष अभियान चलाया गया। ऐसे में जोन स्तर पर कार्रवाई के लिए 8 जोन में 1413 एंटी रोमियो स्क्वायड को एक्टिव किया गया, जिसमें 2977 पुरुष पुलिसकर्मी और 3499 महिला पुलिसकर्मी शामिल हैं। स्क्वायड ने शोहदों की पहचान के लिए प्रदेश के 25,40,012 स्थानों पर चेकिंग की। इनमें स्कूल, सार्वजनिक स्थलों जैसे चौराहे, बाजार, मॉल्स, पार्क एवं अन्य स्थान शामिल हैं। इन स्थानों पर कुल 97,75,616 व्यक्तियों की चेकिंग की गयी। इस दौरान 7097 मुकदमे दर्ज किए गए, जबकि 8951 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया। वहीं 44,31,216 व्यक्तियों को चेतावनी देकर छोड़ा गया। एंटी रोमियो स्क्वायड ने सबसे अधिक कार्रवाई आगरा जोन में की, जहां 474493 स्थानों की चेकिंग करते हुए 12,73,120 व्यक्तियों की चेकिंग की गयी। वहीं 637 मुकदमे दर्ज किए गए जबकि 1114 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया। इसी तरह दूसरे नंबर पर बरेली जोन, तीसरे नंबर पर लखनऊ जोन, चौथे नंबर पर वाराणसी और पांचवे नंबर पर गोरखपुर जोन है। 

प्रदेश के सात कमिश्नरेट में भी शोहदों पर खूब हुई कार्रवाई

प्रदेश के सात कमिश्नरेट में 265 एंटी रोमियो स्क्वायड को एक्टिव किया गया, जिसमें 347 पुरुष पुलिसकर्मी और 591 महिला पुलिसकर्मी शामिल हैं। स्क्वायड ने शोहदों की पहचान के लिए प्रदेश के 5,36,234 स्थानों पर चेकिंग की। इन स्थानों पर कुल 36,57,645 व्यक्तियों की चेकिंग की गयी। इस दौरान 466 मुकदमे दर्ज किए गए, जबकि 561 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया। वहीं 4,61,775 व्यक्तियों को चेतावनी देकर छोड़ा गया। एंटी रोमियो स्क्वायड ने सबसे अधिक कार्रवाई आगरा कमिश्नरेट में की, जहां 1,35,752 स्थानों की चेकिंग करते हुए 5,01,165 व्यक्तियों की चेकिंग की गयी। वहीं 60 मुकदमे दर्ज किए गए, जबकि 92 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया। इसी तरह दूसरे नंबर पर लखनऊ, तीसरे नंबर पर कानपुर, चौथे नंबर पर गौतमबुद्धनगर और पांचवें नंबर पर गाजियाबाद कमिश्नरेट है।

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