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शनिवार, 19 अगस्त 2023

बैंकों में पड़े 35 हजार करोड़ रुपए, जिनका कोई नहीं हैं दावेदार; कहीं आपके पुरखों के तो नहीं?

प्रयागराज। लोग अपने पैसे सुरक्षित रखने के लिए बैंक जाते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि वर्तमान में देश के बैंकों में कुल 35 हजार करोड़ रुपए अप्राप्त पड़े हैं। इसका मतलब है कि उनका कोई मालिक नहीं है। ये बेनामी संपत्ति हैं। अब इस पैसे के बंदोबस्त के लिए सरकार ने एक बड़ी योजना तैयार की है। अब लोग भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा जारी की गई "अनक्लेम्ड डिपॉजिट-गेटवे टू एक्सेस इनफॉर्मेशन" नामक वेब पोर्टल पर देख सकते हैं कि क्या उनके पूर्वजों का पैसा सुरक्षित नहीं है।दरअसल, इन पैसों का पता लगाने के लिए भारतीय रिजर्व बैंक ने गुरुवार को एक ऑनलाइन पोर्टल लॉन्च किया है। आरबीआई के "अनक्लेम्ड डिपॉजिट-गेटवे टू एक्सेस इनफॉर्मेशन" पोर्टल (उद्गम पोर्टल) के माध्यम से एक ही स्थान पर तमाम बैंकों में जमा बिना दावे की गई राशि की खोज की जा सकती है। जानकारी के अनुसार, अब तक केवल 7 बैंकों में जमा राशि का पता लगाया जा सकेगा। यह पोर्टल रिजर्व बैंक सूचना प्रौद्योगिकी प्राइवेट लिमिटेड (आरईबीआई) और भारतीय वित्तीय प्रौद्योगिकी और संबद्ध सेवाओं (आईएफटीसी) के सहयोग से बनाया गया है।आरबीआई ने इस प्लेटफ़ॉर्म को उपभोक्ताओं के लिए एक स्थान पर कई बैंकों में बिना दावे वाले जमा की खोज को सुगम बनाने के लिए लॉन्च किया है। वर्तमान में ग्राहक पोर्टल पर सूचीबद्ध सात बैंकों में मौजूद अपने अनक्लेम्ड जमा के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। बता दें कि इस योजना के बारे में पहले ही काफी समय पहले सोचा जा चुका था, जिसकी अब जानकारी दी गई है।
यह जान लें कि ऐसे सेविंग्स और करंट अकाउंट जिनमें 10 साल से कोई लेन-देन नहीं हुआ हो, या फिर ऐसे फिक्स्ड या रेकरिंग डिपॉजिट जिन पर मेजोरिटी के 10 साल के अंदर कोई दावा नहीं किया गया हो, वे अनक्लेम्ड डिपॉजिट में शामिल होते हैं। बैंकों को यह राशि आरबीआई के "डिपॉजिटर एजुकेशन एंड एवेयरनेस फंड" को भेजनी होती है। फिर यही पैसे बेनामी पैसों के रूप में जाने जाते हैं।

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