● किसानों की समस्याओं का निदान शासन-प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता : डीएम
● किसानों ने बताई समस्याएं, डीएम बोले, तुरन्त दूर की जाएं किसानों की समस्याएं'
लखीमपुर खीरी 19 जुलाई। किसानों की समस्याओं के त्वरित निस्तारण के लिए बुधवार को कलेक्ट्रेट सभागार में किसान दिवस का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता डीएम महेंद्र बहादुर सिंह ने की। डीएम ने संबंधित अधिकारियों को किसानों की समस्याओं को गंभीरता से लेने और लंबित शिकायतों का निस्तारण कर आख्या देने को निर्देशित किया।
डीएम ने मौजूद किसानों की न केवल समस्याएं सुनी बल्कि निराकरण के संबंध में मौजूद अफसरों को निर्देश दिए। अधिकारी अपने स्तर से किसानों की जिन समस्याओं का समाधान न कर सके, उसके बारे में अवगत कराएं ताकि उनका समाधान उचित फोरम पर कराया जा सके। किसान दिवस किसानों की समस्याओं के निस्तारण के लिए एक बेहतर मंच प्रदान करता है। इस दिवस पर किसान अपनी समस्याओं को न केवल निस्तारण करा सकते हैं बल्कि विशेषज्ञों से अपनी सभी जिज्ञासाओं को भी शांत कर सकते हैं।
उन्होंने कहा कि किसानों की समस्याओं का निदान शासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है। किसानों के हितों को संरक्षित करने के लिए शासन-प्रशासन करते संकल्पित होकर काम कर रहा है। इसके लिए केंद्र एवं प्रदेश सरकार किसानपरक योजनाओं के जरिए उन्हें समृद्ध बनाने के लिए नित नए कदम उठा रही है।
सीडीओ अनिल कुमार सिंह ने कहा कि किसान भाई अपनी फसलों का बीमा अवश्य कराएं, जिससे प्राकृतिक आपदा से होने वाले नुकसान की क्षतिपूर्ति प्राप्त हो सके। जिन किसानों ने गन्ने की फसल के लिए केसीसी बनवा रखा है। वह संबंधित बैंक को अवगत कराएं कि इस वर्ष खरीफ में उनके द्वारा धान या अन्य फसल बोई गई है तथा रबी में गेहूं तथा अन्य फसल बोई जाएगी। इनकी लिखित सूचना पर संबंधित बैंक के द्वारा फसल बीमा का प्रीमियम खाते से काट लिया जाएगा तथा उनकी फसल बीमा से आच्छादित हो जाएगी। बीमा कंपनी के प्रतिनिधि को निर्देशित किया कि किसानों को प्राकृतिक आपदा से क्षति की अवस्था में पारदर्शी तरीके से सर्वे करके आख्या लगाई जाए। गलत आख्या पर उनके विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।
बैठक में सीडीओ अनिल कुमार सिंह, डीडी कृषि अरविन्द मोहन मिश्र, जिला कृषि अधिकारी अरविन्द कुमार चौधरी, पीपीओ सत्येन्द्र सिंह, जिला विकास प्रबन्धक नाबार्ड प्रसून सोनार, भूमि संरक्षण अधिकारी (गोमती) सुभाष चन्द्र, डीसीओ वेद प्रकाश सिंह, डीएचओ मृत्युंजय सिंह, सीवीओ डा. सोमदेव चौहान, कृषि विज्ञान केन्द्र डा. निरंजन लाल, डा. पीके बिसेन, डा. जिया लाल गुप्ता, कृषि वैज्ञानिक अन्य अधिकारी एवं कृषक उपस्थित रहें।
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