● आंखों के मरीजों को बढ़ता देख स्वास्थ्य महकमा हुआ गंभीर
● कंजेक्टिवाइटिस ( आई फ्लू ) होने पर नेत्र चिकित्सक की सलाह पर आंखों में डाले दवाई
● आंखों की बर्फ से करें सिकाई, स्वच्छता का रखे ख्याल
यूपी । बदलते मौसम के साथ इस समय आंखों में बढ रही तकलीफ को लेकर स्वास्थ्य महकमा भी गंभीर हो गया हैं। एक्यूट वायरल कंजेक्टिवाइटिस से बचने के लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से एडवाइसरी जारी की गई है। यह एक प्रकार के वायरस से होने वाली आंखों की बीमारी है जिसमें आंखें लाल हो जाती हैं आंखों में कर कर आहट रहती है और पलकों में सूजन आ जाती है। सीएमओ ने बताया कि कभी-कभी इसमें कीचड़ भी आता है। शुरू में 48 से 72 घंटे तक आंखों की दिक्कतें बढ़ती हैं इसके बाद आंखों में सुधार आना शुरू हो जाता है 5 से 7 दिनों में यह स्वतः ही ठीक हो जाती है।
इंफेक्शन होने पर क्या करें--
आंखों की सफाई रखें, चार से छह बार आंखों को बर्फ से सिकाई करें, अपना कपड़ा बिस्तर तकिया तोलिया गमछा अलग कर लें, कोई भी वस्तु छूने के बाद हाथों को साबुन से अवश्य धायें, अथवा हैंड सैनिटाइजर का प्रयोग करें। घर के बाहर जाने एवं वापस आने पर सभी लोग कुछ भी छूने से पहले हाथ जरूर धुले। इंफेक्शन होने पर यदि संभव हो तो अपने लिए अलग कमरे की व्यवस्था करें। यदि घर के किसी सदस्य को इंफेक्शन है तो घर के शौचालय और स्नान घर की सफाई का विशेष ध्यान रखें।
इंफेक्शन होने पर क्या ना करें ---
बिना डॉक्टर की सलाह के घर में रखे आई ड्रॉप आंखों में किसी भी प्रकार के ड्रॉप व दवा प्रयोग ना करें। ऐसा करने पर इंफेक्शन बढ़ने का खतरा और बढ़ सकता है।
स्कूलों के लिए निर्देश ---
जो बच्चे संक्रमित हो उन्हें ठीक होने तक घर पर रहकर आराम करने की सलाह दी जाए एवं अन्य बच्चे के संपर्क में आने से रोका जाए। स्कूलों में शौचालय की तीन से चार बार अच्छे से अवश्य सफाई कराएं। शौंच के पश्चात साबुन से हाथ अवश्य धुला जाएं अथवा हैंड सैनिटाइजर का प्रयोग करें। हाथों को सूखा रखा जाए बच्चों के क्लासरूम को अधिक से अधिक साफ रखा जाए।
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