प्रयागराज विद्या भारती से संबद्ध काशी प्रांत के रानी रेवती देवी सरस्वती विद्या निकेतन इंटर कॉलेज राजापुर प्रयागराज में प्रधानाचार्य बांके बिहारी पांडे के मार्गदर्शन में सावन के प्रथम सोमवार का पर्व भगवान शिव के भजनों की प्रस्तुति के साथ धूमधाम से मनाया गया l
कार्यक्रम के प्रारंभ में मुख्य अतिथि भारतीय शिक्षा समिति काशी प्रांत के सचिव एवं हंडिया पीजी कॉलेज के पूर्व प्राचार्य डॉ रघुराज सिंह ने भगवान शिव एवं मां सरस्वती जी के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलन करके किया l तत्पश्चात संगीताचार्य मनोज गुप्ता के निर्देशन में विद्यालय की छात्राओं अनुष्का पांडे ,आस्था पांडे, यशी तिवारी ,कीर्ति सिंह, प्रगति गुप्ता, किंजल मौर्य, प्राची गुप्ता एवं पल्लवी पांडे ने रुद्राष्टकम "नमामि शमीशान निर्वाण रूपम" एवं "महादेव हर हर शिव शंभू शक्ति स्वरूप स्वयं है" प्रस्तुत करके सभी को भावविभोर कर दिया lमुख्य अतिथि डॉ रघुराज सिंह ने अपने उद्बोधन में सावन की महत्ता को विस्तार से बताते हुए भगवान शिव के विभिन्न स्वरूपों का वर्णन करने के साथ ही साथ कर्म की महत्ता के बारे में कहा कि भक्ति का मार्ग कर्म मार्ग से आगे निकलता है , जहां कर्म नहीं होगा वहां भक्ति शून्य हो जाएगी, आप पहले भक्ति करिए तभी कर्म का परिणाम भी मिलेगा l उन्होंने तीन प्रकार के कर्मों का उदाहरण देते हुए कहा कि पहला है सकारात्मक कर्म ,दूसरा अकर्मी और तीसरा विकर्मी, आपका विकास सकारात्मक कर्म के माध्यम से होगा ,अगर आपके जीवन में संस्कार नहीं आया तो आपकी सारी शिक्षा निरर्थक है आप कर्म के बाद भक्ति करेंगे तभी सार्थक परिणाम मिलेगा l
प्रधानाचार्य बांके बिहारी पांडे ने बताया कि सावन माह का प्रत्येक सोमवार शिव भक्तों के लिए सबसे खास माना जाता हैं। इस दिन शिव भक्त व्रत रखते हैं और विधि पूर्वक पूजा करते हैं। इस दिन सुबह से ही देशभर के सभी शिव मंदिरों में भक्तों की भीड़ लग जाती है। भगवान भोलेनाथ सबसे जल्दी प्रसन्न होने वाले देवता हैं। धार्मिक मान्यता है कि शिव जी को मात्र एक लोटा जल से भी प्रसन्न किया जा सकता है। सावन के महीने में शिव भक्त तरह तरह से भगवान शिव को प्रसन्न करने का प्रयास करते हैं।इस पुनीत अवसर पर विद्यालय के समस्त अध्यापक एवं अध्यापिकाए तथा भारी संख्या में छात्र एवं छात्राएं उपस्थित रहे l कार्यक्रम का कुशल संचालन सत्य प्रकाश पांडे ने किया l
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