प्रयागराज माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या के बाद गैंग में फूट पड़ गई है। अब अशरफ की बीवी जैनब फातिमा ने नया गैंग 'जेएफ-56' बना लिया है। गिरोह में कई नए लड़कों के साथ ही कुछ महिलाएं भी शामिल हो गई हैं।
गैंग के पास अतीक की एके-56 रायफल और कई असलहे हैं। इसका पता चलने पर पुलिस टीम ने जैनब की तलाश फिर से तेज कर दी है। उसके करीबी से लेकर कई मददगार शख्स को रडार पर ले लिया गया है और संदिग्ध मोबाइल नंबरों को सर्विलांस पर लगा दिया गया है।
अतीक के गैंग में मची उथल-पुथल, उधर, अतीक गैंग से जुड़े लोगों को जेएफ-56 की जानकारी होने से उथल-पुथल मच गई है। चकिया निवासी अतीक अहमद का गैंग आइएस-227 एक समय काफी कुख्यात था। इस इंटर स्टेट गैंग का सरगना अतीक अहमद था और उसका भाई अशरफ सहित कई शार्प शूटर सदस्य थे।बताया जाता है कि पिछले चार दशक में अतीक ने प्रयागराज ही नहीं बल्कि विभिन्न शहरों से लेकर विदेश तक में अरबों रुपये की संपत्ति बनाई है। अतीक ने बीवी, बच्चों से ज्यादा गिरोह के सदस्यों के नाम पर प्रापर्टी बनाई है।सूत्रों का कहना है कि डेढ़ माह पहले अतीक, अशरफ की हत्या के बाद उन प्रापर्टी पर कब्जे को लेकर गिरोह में टकराव बढ़ गया। खुद को अतीक का विरोधी बताने वालों ने करोड़ों की जमीन पर कब्जा जमा लिया तो कुछ अभी भी शाइस्ता के पक्ष चले गए। इससे जैनब अलग-थलग पड़ गई।
प्रापर्टी पर कब्जे को लेकर बढ़ा तनाव उमेश पाल हत्याकांड में शाइस्ता के साथ जैनब का नाम बढ़ाया गया तो उनके बीच खींचतान शुरू हो गई। कुछ दिन पहले पुलिस टीम ने अशरफ की ससुराल हटवा में छापेमारी की, जिसके बाद जैनब ने रास्ता बदल दिया। उसे अपनी बेटियों की परवरिश और भविष्य की चिंता सताने लगी तो एक लाख के इनामी भाई सद्दाम ने सहारा दिया।उनके बीच तय हुआ कि नया गिरोह बनाकर अतीक गैंग से जुड़ी प्रापर्टी पर कब्जा कर लिया जाए। इसी मकसद के लिए जैनब ने जरायम की राह पर कदम बढ़ाते हुए 'जेएफ-56' नामक गैंग बनाया है।गैंगवार की बढ़ गई आशंका सूत्रों कहना है कि अतीक, अशरफ की हत्या के बाद ही जमीन पर कब्जे को लेकर विवाद शुरू हो गया था, मगर अब जैनब के नए गैंग में अतीक से जुड़े कुछ अपराधियों, प्रापर्टी डीलर ने पाला बदल लिया है। दोनों गुटों के बीच की छटपटाहट से गैंगवार की आशंका बढ़ गई है, जिसे रोकने लिए पुलिस अलग-अलग जतन कर रही है।कहा जा रहा है कि जैनब अपने भाई व कुछ खास लोगों के साथ गिरोह का संचालन करने की तैयारी कर रही है। इसके लिए आइएस-227 के कुछ सदस्यों को भी इसमें शामिल किए जाने की बात कही जा रही है।
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