● खीरी में डीएम के नेतृत्व में शिक्षक बदल रहे परिषदीय विद्यालयों की तस्वीर
● बच्चों को शैक्षिक नवाचार में अव्वल बनाने में संविलियन विद्यालय महादेव ने पेश की मिसाल
● इस सरकारी स्कूल ने पेश की अनूठी मिसाल, बच्चों की प्रतिभा निखारने में जुटे शिक्षक, मिला बेस्ट स्कूल ऑफ द वीक का खिताब
लखीमपुर खीरी 26 मार्च। "यदि दृढ़ इच्छाशक्ति हो तो कुछ भी किया जा सकता है" इस बात को खीरी जिले के ब्लॉक धौरहरा की न्याय पंचायत अमेठी का संविलियन विद्यालय महादेव ने प्रधानाध्यापक दिनेश वर्मा ने साकार करते हुए अपनी दृढ़ इच्छा से विद्यालय के शैक्षिक, भौतिक परिवेश को एक नया आयाम प्रदान किया। विद्यालय के नवाचारों के आलोक में डीएम महेंद्र बहादुर सिंह की अभिनव पहल "best school of the week" के तहत इस सप्ताह का सर्वश्रेष्ठ विद्यालय बनने का खिताब अपने नाम दर्ज किया।
संविलियन विद्यालय महादेव का रंग रोगन, चारदीवारी पर वर्णमाला से सजा सुनहरा अक्षर ज्ञान, हर किसी को आकर्षित करता है। शिक्षक शिक्षण कक्षा में शिक्षक संदर्शिका, दीक्षा ऐप, विभागीय टीएलएम सामग्री, स्वनिर्मित सामग्री का भरपूर उपयोग कर रहे है। पढ़ाई के साथ सफाई और अन्य गतिविधियों पर भी पूरा ध्यान दिया जाता है। इसे देख आप यही कहेंगे कि काश सभी सरकारी स्कूल ऐसे ही होते। कक्षा एक के बच्चे को बिग बुक की किताब फराटेदार पढ़ते भी देखे जा सकते है। जूनियर कक्षाओं की तो बात ही अलग है। बच्चों की कॉपियां सिलेबस के अनुकूल बनी है। विद्यालय में सुपर विजन के दौरान कक्षा-7 के बच्चों के साथ क्षेत्रमितीय आकृतियों पर चर्चा की। बच्चों को वृत्त, गोला,बेलन व शंकु की समझ है। विद्यालय के प्रधानाध्यापक ने दीक्षा ऐप से कंटेंट को समझाने के लिए अपने वेतन से एक बड़ी एलईडी भी लगवाई है।
● विद्यालय की तस्वीर बदलने में शिक्षको की टीम ने निभाया किरदार, पेश की मिशाल :
प्रधानाध्यापक दिनेश वर्मा के नेतृत्व में विद्यालय स्टाफ : उच्च प्राथमिक स्तर में शिक्षक मो. कामिल, एक अनुदेशक (सीमा) कार्यरत एवं प्राथमिक स्तर में चार शिक्षक (राजीव पाठक, उमाशंकर, कमल, सुरेश रावत) तथा एक शिक्षामित्र साथी (अशोक कुमार) कार्यरत है, जो विद्यालय की तस्वीर बदलने में अहम भूमिका निभा रहे हैं। वर्तमान विद्यालय का नामांकन प्राथमिक स्तर में 121 बालक, 99 बालिकाएं एवं उच्च प्राथमिक स्तर में 69 बालक व 55 बालिकाएं सहित कुल 344 नामांकन है।
● खेलकूद, खेल का मैदान : विद्यालय का कैंपस दो से तीन एकड़ में फैला है, जो खेल के लिए पर्याप्त संसाधनयुक्त है। बच्चे कबड्डी, खो-खो, वालीवाल आदि खेलो में रुचि रखते हैं कक्षा -कक्ष की दीवारों पर विभाग से मिली सामग्री कहानी, पोस्टर , टूडी थ्रीडी अवधारणा बोर्ड से क्लासेस सुसज्जित है। कक्षा एक से तीन की कक्षाओं में शिक्षक संदर्शिकाओं का उपयोग से शिक्षक डायरी, शिक्षकों के द्वारा मेंटेन की गई। प्रतिदिन निपुण लक्ष्य पर आकलन भी किया जा रहा है। विद्यालय में प्रत्येक माह के प्रथम बुधवार को एसएमसी बैठक का आयोजन होता है, जिसमें सक्रिय सदस्यों के साथ अभिभावक भी भाग लेते हैं। जहा विद्यालय प्रगति पर भी चर्चा की जाती है। माता समूह, छोटे समूह बैठक में अभिभावकों की बैठक में बच्चों की उपलब्धि से अभिभावकों को अवगत कराया जाता है।
● प्रतियोगिताओं में बच्चों ने दिखाया दम, जीते पुरस्कार :
जिला स्तरीय विज्ञान क्विज प्रतियोगिता में संविलियन विद्यालय महादेवा के बच्चों को विज्ञान के प्रति नवीन नवाचार हेतु प्रतिवर्ष प्रतियोगिताओं में सम्मिलित कराया जाता है, जिसमें बच्चे हर वर्ष ब्लॉक स्तर व जिले स्तर पर अपना नाम सूची में हासिल करते हैं। यही नहीं सड़क सुरक्षा प्रतियोगिता सहित विभिन्न नामचीन प्रतियोगिताओं में बच्चों ने पुरस्कार जीतकर विद्यालय का नाम रोशन किया। विद्यालय के विकास में ग्राम प्रधान की महती भूमिका रही है। मध्यान्ह भोजन से लेकर सभी व्यवस्थाओं में सहयोग रहता है। सभी के सहयोग से ब्लॉक धौरहरा में संविलियन विद्यालय महादेव का नाम सबसे उत्कृष्ट विद्यालय में सम्मिलित है।
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