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बुधवार, 29 मार्च 2023

खीरी जिले में अप्रैल भर चलेगा संचारी रोग नियंत्रण अभियान

डीएम ने ली जनपद स्तरीय अन्तर्विभागीय समन्वय समिति की बैठक, दिए निर्देश

लखीमपुर खीरी 29 मार्च। बुधवार को डीएम महेंद्र बहादुर सिंह की अध्यक्षता में संचारी रोग नियंत्रण अभियान के सफल क्रियान्वयन के लिए कलेक्ट्रेट सभागार में जनपद स्तरीय अन्तर्विभागीय समन्वय समिति की बैठक हुई। 

डीएम ने कहा कि संचारी रोगों का प्रभावी नियंत्रण मुख्यमंत्री की सर्वोच्च प्राथमिकता है। अभियान में शामिल सभी विभाग 01 से 30 अप्रैल तक संचालित होने वाले संचारी रोग नियंत्रण अभियान तथा 17 से 30 अप्रैल तक चलने वाले दस्तक अभियान के सफल क्रियान्वयन के लिए प्रभावी कार्ययोजना तैयार कर लें, इसमें कदापि शिथिलता न बरतें। अधिशासी अधिकारियों, डीपीआरओ को निर्देश दिया कि संचारी रोगों के प्रभावी नियंत्रण के लिए शहरी-ग्रामीण क्षेत्रों में साफ-सफाई के विशेष प्रबन्ध किये जाएं।

डीएम ने कहा कि जिन ब्लॉकों से माइक्रोप्लान अभी प्राप्त नहीं हुए है, वह शामतक प्रत्येक दशा में अपने माइक्रोप्लान भेज दें, अन्यथा संबंधित का उत्तरदायित्व निर्धारित होगा। हाईरिस्क क्षेत्रों में सघन वेक्टर नियंत्रण, संवेदीकरण गतिविधियां संपादित की जाएंगी। जलाशयों, नालियों की नियमित सफाई, संक्रमण तथा जल संदूषण की उत्तरदाई खुली नालियों को ढकने की कार्यवाही सुनिश्चित की जाए। निगरानी समितियों के जरिए दिमागी बुखार, अन्य वेक्टर जनित, जल जनित रोगों तथा उष्ण मौसम से संबंधित हिट रिलेटेड इलनेसेज पर निरंतर जागरूकता स्थापित की जाए।

सीडीओ ने कहा कि संचारी रोगों, दिमागी बुखार पर प्रभावी नियंत्रण तथा इनका त्वरित एवं सही उपचार सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में है। संचारी रोगों की रोकथाम के लिए प्रभावी उपाय अपनाते हुए व्यापक अभियान संपादित किया जाए। सीएचसी अधीक्षको, डीपीआरओ व डीपीओ को भी निर्देशित किया। ईओ व डीपीआरओ संचारी रोग को लेकर सफाई, सेनेटाइजेशन, फॉगिंग, जलभराव, उथले हैंडपंपों का चिन्हीकरण कराकर शुद्ध पेयजल की व्यवस्था कराएंगे। साथ ही खुली नालियों को ढकने, नालियों की सफाई व जलभराव वाले स्थानों पर चूना का छिड़काव कराया जाएगा।

अभियान क्रियान्वयन में सीएमओ ने बताए विभागों के कार्य दायित्व
सीएमओ डॉ सन्तोष गुप्ता ने अभियान की प्रासंगिकता बताकर इसके सफलतापूर्वक क्रियान्वयन के टिप्स दिए। अभियान मानिटरिंग की बारीकियां बताई। अभियान को सफल बनाने के लिए नगर विकास, पंचायती राज, ग्राम्य विकास, पशुपालन, बाल विकास एवं पुष्टाहार, शिक्षा, चिकित्सा शिक्षा, दिव्यांगजन सशक्तिकरण, स्वास्थ्य से संबंधित अधिकारियों को उनके उत्तरदायित्व बताते हुए जरूरी निर्देश दिए। अंतरविभागीय सहयोग से ही संचारी रोगों का प्रभावी नियंत्रण होगा। उन्होंने दिमागी बुखार, अन्य वेक्टर जनित रोग, जल जनित रोग, उष्ण मौसम से संबंधित रोगों की (हीट रिलेटेड इलनेसेस) से संबंधित रोकथाम, नियंत्रण गतिविधियों के लिए जनपद ब्लॉक व पंचायत ग्राम स्तर पर विभिन्न विभागों के समन्वय से चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग करेगा।

टीकाकरण को गति प्रदान करने लिए करे व्यापक स्तर पर प्रयास : डीएम
डीएम ने कहा कि टीकाकरण शिशुओं के जीवन और भविष्य की सुरक्षा के लिए सबसे प्रभावी और किफायती तरीका है। टीकाकरण परिवार, समुदाय को सुरक्षित रखने के लिए सुरक्षा कवच का काम करता है। टीकाकरण को गति प्रदान करने के लिए व्यापक स्तर पर प्रयास किए जाएं। एमओआईसी को निर्देश दिए कि नियमित टीकाकरण (आरआई) की कार्यवाही को गंभीरता से क्रियान्वित कराए, इसका स्वयं नियमित अनुश्रवण एवं पर्यवेक्षण करें। वही अनटाइड फंड में उपलब्ध धनराशि का नियमानुसार सदुपयोग सुनिश्चित कराए।

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