लखीमपुर : हनुमान परिवार की ओर से आयोजित होने वाले चौथे संत सम्मेलन में जहां अनेक संतों ने चंदन चौकी के प्रताप नारायण मिश्र स्मारक सरस्वती शिशु मंदिर में श्रीराम चरित मानस के आधार पर प्रवचन करते हुए,उपस्थित जन मानस को धर्म की राह पर चलने का संदेश दिया।वहीं वनवासी समाज के लोगों ने भजन प्रस्तुत किए।इस दौरान स्कूली बालिकाओं ने भी भारतीय तथा नेपाली भाषा में भजन प्रस्तुत किए। विश्व हिंदू परिषद की ओर से आयोजित वनवासी समाज के बीच यह कार्यक्रम काफी लोकप्रिय रहा दो।दिवसीय कार्यक्रम में हजारों की संख्या में वनवासी समाज के लोगों ने भागीदारी की।
भारत नेपाल समन्वयक विश्व हिंदू परिषद के प्रचारक ओम प्रकाश के दिशा निर्देशन में हुए दो दिवसीय संत सम्मेलन में संजू राणा करिश्मा राणा श्रवण कुमार ने भजनों की बहुत खूबसूरत प्रस्तुतियां दी इसके अलावा अयोध्या से आए संत रामप्रकाश ने श्री राम कथा पर प्रवचन करते हुए कहा कि प्रभु श्री राम की कथा हमें धर्म के लिए जीने और धर्म के नाम पर कष्ट सहकर मर्यादित जीवन जीने की शिक्षा देती है।इसके अलावा गोरखपुर के प्रवीण कुमार ने क्षेत्रीय भाषाओं में भजन प्रस्तुत करते हुए श्रीराम चरितमानस के कई सुंदर प्रसंग सुनाए।इस दौरान पूरा पंडाल जय श्रीराम के नारों से गूंजता रहा। विश्व सन्त संगठन की ओर से षड़विन्दु अखाड़ा परिषद के सन्त विकास स्वरूप ब्रह्मचारी ने अपने उद्गार व्यक्त किये !
कार्यक्रम में विश्व हिंदू परिषद के प्रांतीय पदाधिकारी आचार्य संजय मिश्र ने श्रद्धालुओं को धर्म के प्रति संगठित रहने और उसकी रक्षा का संदेश दिया।सन्त समागम के पहले दिन पहुंचे सीएमओ डा.संतोष कुमार गुप्ता ने सम्मेलन के दौरान,दो दिन के स्वास्थ्य शिविर में मरीजों को बराबर दवाएं देने के निर्देश दिए।इस दौरान एक एंमबुलेंस भी कार्यक्रम स्थल के पास खड़ी रही।विदाई समारोह में दूसरे दिन सीतापुर के एमएलसी पवन सिंह चौहान ने आकर वनवासी समाज को धर्म पर चलने की अपील की।सन्तो को सम्मानित किया।इस दौरान संदीप मिश्र,सूर्यमणि मिश्र,बाबा सुमन दास,बाबा पवनपुत्र दास,बाबा बिहारी दास, बाबा लालमोहन दास,बाबा रमसी दास व हरिश्चंद्र समेत हजारों की संख्या में भारत और नेपाल के श्रद्धालु उपस्थित रहे।
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