Breaking

शनिवार, 5 नवंबर 2022

समाज व सियासत की संवेदनशील अगुवाई कर डॉ ईरा श्रीवास्तव ने बनाई अलग पहचान


बीते दिनों एक विशाल सफल समारोह में एक प्रदेश स्तरीय जनप्रतिनिधि लखीमपुर शहर की प्रसिद्ध नेता के सराहनीय, प्रेरणादायी सेवा कार्यो की प्रशंसा करते हुए भाव शब्दों में पिरोए अपने संस्मरण का जिक्र कर रहे थे, जिसे सुनकर डॉ ईरा के सम्मान में समूचा सभागार करतल ध्वनि से गुंजायमान हो गया। सभागार से सामूहिक तेज सुर में एक ही आवाज आ रही थी, नगर का हीरा, डॉ ईरा ....।
यमद्वितीया के उपलक्ष्य में अखिल भारतीय कायस्थ महासभा की महिला विंग ने भैया द्वीज व सांस्कृतिक आयोजनों से भरा सुर संगीत की साज सज्जा के ताने बाने से बिना बेहद खूबसूरत मंच सजाया था। जिस पर वन एवं पर्यावरण राज्यमंत्री ( स्वतंत्र प्रभार) डॉ अरुण कुमार सक्सेना जी की गरिमामयी उपस्थिति ने मंच की शोभा में चार चांद लगा दिए थे। कायस्थ विकास, एकता व संस्कृति विषयक समारोह में अतिथियों का आगमन सूरज ढले ही शुरू हो गया था। और समारोह का संचालन शुरू हो गया था। जहां एक तरफ मंच पर थिरकते नन्हे कदमों ने सभागार में उपस्थित कायस्थ जनसमूह को अपनी तरफ आकर्षित करना शुरू किया, वही दूसरी तरफ कायस्थ प्रतिभाओं के कंठ से निकले सुरों को ताल के साथ लयबद्ध करने की भरपूर कोशिश में थे। लंबी अलाप ने तो कायस्थ लिटिल स्टार्स को खुद ही स्टार दिलाने शुरू कर दिए थे। यह गीत, संगीत और नृत्य धर्म, आस्था व संस्कृति पर आधारित थे। मुख्य अतिथि के रूप में राज्यमंत्री के आगमन पर तो मंच से लेकर समूचे सभागार में उत्साह, उमंग व जोश भर गया। इस बीच विशिष्ट अतिथि के रूप में धौरहरा विधायक माननीय विनोद शंकर अवस्थी की गरिमामयी उपस्थिति ने तो गजब के उत्साह का संचार किया। हालांकि कायस्थ समाज से तमाम वरिष्ठ व विशिष्ट जनों ने अपनी शानदार उपस्थिति दर्ज करवाई, (जैसे श्री यदुलेश मुरारी सक्सेना, बरेली से द्वय सभासद, चित्रगुप्त कायस्थ सभा जिलाध्यक्ष एड राजेश श्रीवास्तव, महासचिव मुकेश सक्सेना आदि आदि सबका जिक्र करने पर लेख बहुत बड़ा हो जाएगा जो शायद पढ़ने में आलस आ जाये।,) और सभी ने कायस्थ एकता, विकास व भगवान चित्रगुप्त आस्था सम्बंधी बात की। 
मुख्य अतिथि के रूप में समारोह सम्बोधित करते हुए डॉ अरुण कुमार सक्सेना जी ने प्रदेश सरकार की कई उपलब्धियों गिनाई, और मतदान की अनिवार्यता पर बल दिया। कहा वोट जरूर बनवाये, वोट जरूर करे। उन्होंने सफलता का मंत्र बताते हुए कहा दूरदृष्टि, कड़ी मेहनत, पक्का इरादा। राज्यमंत्री ने डॉ ईरा के अनुकरणीय कार्यो की खुले मन से प्रशंसा की।
इससे पूर्व मंच पर आए विधायक धौरहरा शुरू से ही बड़े विंदास मूड में दिखे। उन्होंने अपने संबोधन की शुरुआत संस्मरण से शुरू की और समापन भी संस्मरण से किया। उनके संस्मरणों के संस्करणों में डॉ ईरा श्रीवास्तव का विराट व्यक्तित्व निखर कर सबके सामने आया। हालांकि डॉ ईरा श्रीवास्तव के विषय मे शायद ही कोई शहर का ऐसा व्यक्ति होगा जो अपरिचित हो। उनके व्यक्तित्व में सादगी व सरलता ही उन्हें विराट बनाती है। 
विधायक धौरहरा ने उन्हें नगर पालिका परिषद के इतिहास में सशक्त हस्ताक्षर बताया। शहर के एक मोहल्ले अर्जुनपुरवा का जिक्र करते हुए विधायक धौरहरा ने बताया कि वो एक बार भ्रमण करते हुए उस मोहल्ले पहुंचे तो एक कश्यप परिवार की वरिष्ठ ( वृद्ध) महिला ने डॉ ईरा श्रीवास्तव को भाजपा की देवी बताया था। डॉ ईरा से शहर के हर वर्ग का व्यक्ति जुड़ा है, बहुतों के नाम तो वह मुंह जुबानी जानती हैं। 
हालांकि मानता हूं इंसान देवी, देवता नही हो, लेकिन यह उस वृद्धा का डॉ ईरा जी के प्रति निश्छल प्रेम व सम्मान है जिसने उन्हें देवी की संज्ञा दे दी। इस बात टर्निंग मोड़ पर ले जाने।की कोई जरूरत नही, यह वृद्ध महिला की आम बोलचाल भाषा मे प्रयुक्त किया गया प्रेम व सम्मान है।
वृद्ध महिला ने भाजपा संगठन के प्रति डॉ ईरा जी के समर्पण, सेवा व सक्रियता को देखते और सामाजिक उत्थान में ततपरता को देखते हुए कही होगी। शहर की लोकप्रिय महिला नेता  व सादगी की प्रतिमूर्ति डॉ ईरा श्रीवास्तव के विषय मे लिखना सूरज को दीया दिखाने जैसा होगा। लेकिन दीपोत्सव का पर्व अभी बीता है तो लेखनी के माध्यम से मानवीयता के इस प्रदीप्त दीपक को प्रज्ज्वलित करने का अनूठा प्रयास कर रहा हूँ। जब से इनको जाना खुद को इनकी स्नेहशील छाया तले पाया। अपने हर सकारात्मक कार्य की शुरूआत इनके मार्गदर्शन व स्नेह से की जिसमे लगभग लगभग सफलता के शिखर पर पहुंचाया है। अभिभावक के रूप में इन्होंने गाइड भी किया और उत्साहवर्धन कर ऊर्जित भी किया। 
लखीमपुर शहर में सेवा व सियासत का ऐसा वटवृक्ष हैं जिनकी स्नेहशील छाया तले ठांव बनाकर कई समाजसेवियों, सियासतदानों ने स्थापित होकर अपने मुकाम हासिल किए हैं। कुशल वक्ता के साथ ये साहित्य में भी खासी रुचि रखती हैं। चिकित्सा तो पारिवारिक पृष्ठभूमि में है। इनको बहुमुखी प्रतिभा की धनी कहा जाय तो अतिशयोक्ति न होगा।
भारतीय जनता पार्टी ने इन्हें जब जहां और जिस मोर्चे पर खड़ा किया है इन्होंने अपनी सूझबूझ, कुशल प्रबंधन व नेतृत्व से सफलता की नई इबारत लिखी है। उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी व केंद्र में कांग्रेस की सरकार के बावजूद 2012 में लखीमपुर शहर में भाजपा का परचम लहराते हुए नगर पालिका के ऐतिहासिक चुनाव भाजपा ने विजय पताका लहराई, जिसमे डॉ ईरा श्रीवास्तव चेयरमैन बनी और कई सभासद भाजपा के बने थे। उसके बाद इनका पंचवर्षीय कार्यकाल बेहद सफल व शानदार रहा, जिसकी स्मृतियां आज भी सजीव करते हुए नगरवासी तरह तरह की परिकल्पनाएं संजो रहे हैं। इतना ही नही भाजपा ने इनकी कार्यक्षमता को देखते हुए इन्हें जिले व प्रदेश में कई महत्वपूर्ण दायित्व दिए जिनका सफल निर्वहन भी किया। बतौर भाजपा जिलाध्यक्ष लखीमपुर इन्होंने संगठन को मजबूत करने के कई प्रेरणादायी कार्य किये जिनकी मिशाल आज भी कार्यकर्ता देते हैं। हाल में सम्पन्न हुए यूपी विधानसभा चुनाव में इन्हें लखनऊ ग्रामीण की बख्शी का तालाब सीट का प्रभार पार्टी ने सौंपा था। बतौर भाजपा बीकेटी विधानसभा प्रभारी इन्होंने नवनिर्वाचित विधायक योगेश शुक्ला के समर्थन में काफी प्रयास किए। पार्टी की मेहनत, विधायक व्यक्तित्व और भाजपा नेतृत्व दमदार चेहरे की वजह से इनका प्रयास प्रचंड विजय में बदला। हाल में सम्पन्न हुए गोलागोकर्णनाथ विधानसभा चुनाव में केन्द्र व प्रदेश के कई बड़े नेताओं, क्षेत्रीय जिलाध्यक्ष सहित 40 स्टार प्रचारकों के साथ पार्टी की अभूतपूर्व सफलता के लिए प्रयत्नशील रही।
इधर पंचदिवसीय दीपोत्सव की पर्वमाला के उपलक्ष्य में कल लखीमपुर के नौरंगाबाद मोहल्ले में विशाल दीपावली मधुर मिलन समारोह आयोजित कर नगरवासियों के संग खुशियों का दीप प्रज्ज्वलित किया। यह समारोह हर वर्ष पारंपरिक रूप से दीपावली पर्व के पहले सप्ताह में मनाया जाता है। इस बार गोलागोकर्णनाथ उपचुनाव में पार्टी के दायित्वों का निर्वहन करने की वजह से 4 नवंबर को दीपावली मधुर मिलन आयोजित हुआ। जिसमें परस्पर परिचय के साथ नगरवासियों संग डॉ ईरा ने रात्रि सहभोज किया। शुभकामनाओं का दौर देर रात तक चलता रहा।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

Post Comments