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शनिवार, 29 अक्टूबर 2022

अ.भा.का.म. लखीमपुर का भाई द्वीज एवं सांस्कृतिक समारोह धूमधाम से सम्पन्न

             अनिल कुमार श्रीवास्तव
लखीमपुर। अखिल भारतीय कायस्थ महासभा लखीमपुर द्वारा भाई द्वीज एवं सांस्कृतिक समारोह का विशाल आयोजन कर कायस्थों को एकता का सन्देश दिया गया। कार्यक्रम में कायस्थ प्रतिभाओं को सम्मानित कर ऊर्जा का संचार किया गया। समारोह के मुख्य अतिथि उत्तर प्रदेश के वन एवं पर्यावरण राज्यमंत्री डॉ अरुण कुमार रहे व अध्यक्षता महासभा संरक्षिका, भाजपा पूर्व जिलाध्यक्ष, नगर पालिका की पूर्व चेयरमैन डॉ ईरा श्रीवास्तव ने की। मंच संचालन डॉ नमिता श्रीवास्तव ने किया।
मुख्य अतिथि के रूप में समारोह को सम्बोधित करते हुए डॉ अरुण कुमार ने कहा कि कायस्थ की उतपत्ति ब्रह्मा जी से हुई है इस समाज पर जिम्मेदारी बहुत है। कायस्थ समाज ने समय समय पर देश के लिए आहुति दी है और देश, समाज के लिए बहुत अनुकरणीय कार्य, सेवा की है। राजनीति, साहित्य, अध्यात्म, शिक्षा, समाज, आदि लग्भग हर क्षेत्र में अव्वल रहे हैं, इस समाज का इतिहास बहुत गौरवशाली रहा है। लेकिन वर्तमान स्थिति देखकर गम्भीर होने की जरूरत है। कायस्थ समाज को सोंचना होगा क्या थे ? और क्या हैं? इन सवालों पर मनन कर बेहतरी व विकास के लिए सोंचना होगा। उन्होंने मोदी सरकार के आत्मनिर्भर विचार पर बल देते हुए।कहा कि सरकार युवाओं को प्रोत्साहित कर रही है, कायस्थ युवाओं को इस दिशा में आगे आना चाहिए। उन्होंने भाजपा की केंद्र व प्रदेश सरकारों के विकास की तरफ बढ़ते कदमो को ऐतिहासिक बताया। कायस्थ समाज के सम्पन्न लोगों से अपील की कि जरूरतमंदों व आर्थिक रूप से कमजोर लोगो की मदद के लिए आगे आएं और सामाजिक उत्थान में अपनी भागीदारी बढ़ाएं। डॉ अरुण कुमार ने दूर दृष्टि, कड़ी मेहनत, पक्का इरादा को सफलता का मूलमंत्र बताया। उन्होंने मतदाता जागरूकता सन्देश देते हुए प्रतिबद्धता के साथ मतदान करने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि वोटर जरूर बनों, मतदान जरूर करो। इस बीच मंत्री डॉ अरुण कुमार ने लखीमपुर शहर की लोकप्रिय नेता डॉ ईरा श्रीवास्तव के सामाजिक सरोकारों व भाजपा संगठन से जुड़े प्रशंशनीय कार्यो।की जमकर तारीफ की। इससे पूर्व वन एवं पर्यावरण राज्यमंत्री क्षेत्रीय कायस्थों व महासभा के पदाधिकारियों संग स्थानीय कलम दवात चौराहा व चित्रगुप्त मन्दिर भी गए जहां उन्होंने भगवान चित्रगुप्त दर्शन का पुण्य लाभ लिया और पूजा अर्चना की।
समारोह का श्रीगणेश भगवान चित्रगुप्त की स्तुति, पूजा व नन्ही आज्ञा श्रीवास्तव द्वारा प्रस्तुत गणेश वंदना के साथ हुआ।
अ.भा.का. महासभा की संरक्षिका, शहर की प्रसिद्ध समाजसेविका, पूर्व चेयरमैन व भाजपा पूर्व जिलाध्यक्ष डॉ ईरा श्रीवास्तव ने वन, पर्यावरण राज्यमंत्री के स्वागतोपरांत समारोह को सम्बोधित करते हुए भगवान चित्रगुप्त की महिमा का वर्णन किया। उन्होंने कहा भगवान चित्रगुप्त जगत न्यायाधीश हैं और कायस्थ उनकी संतान। इसलिये जो जिस क्षेत्र में है अपने कार्यक्षेत्र में न्यायपूर्वक कार्य करे। उन्होंने कहा कि कायस्थ समाज का इतिहास स्वर्णिम रहा है, चाहे स्वामी विवेकानंद हो, नेताजी सुभाष चंद्र बोस हों, डॉ राजेन्द्र प्रसाद, लाल बहादुर शास्त्री, भगवती चरण वर्मा, प्रेम चंद, महादेवी वर्मा, अमिताभ बच्चन आदि ऐसी अनगिनत विभूतियां हैं जो अपने अपने क्षेत्रों में मील का पत्थर साबित हुए हैं। डॉ ईरा श्रीवास्तव ने कहा कायस्थ कम्फर्ट जोन से बाहर निकलें, नौकरी ढूंढने के बजाय नौकरी देने वाले बने। उन्होंने भाजपा सरकार की उपलब्धियां गिनाते हुए एमएसएमई का जिक्र किया और कहा कि आत्मनिर्भर बनें, युवा स्वरोजगार के क्षेत्र में आगे आएं, सरकारी उत्साही व मेहनती युवाओं को प्रोत्साहित कर संबल प्रदान कर रही है। उन्होंने लखीमपुर वासियों की प्रशंसा करते हुए कहा कि इस शहर पर हमें गर्व है, यहां की प्रतिभाएं देश, प्रदेश यहां तक विदेश में जिले का नाम रोशन कर रही हैं।
इस बीच वृंदावन धाम पर आधारित राधा कृष्ण धुन गायन पर राधा कृष्ण के निश्छल प्रेम को नृत्य भाव मे पिरोकर कलाकारों ने मंत्रमुग्ध कर दिया।
विशिष्ट अतिथि के रूप में बोलते हुए विधायक धौरहरा विनोद शंकर अवस्थी ने महासभा संरक्षिका डॉ ईरा श्रीवास्तव के सेवा कार्यो की प्रशंसा करते हुए कहा कि डॉ ईरा ने लखीमपुर नगर पालिका के इतिहास में स्वर्णिम हस्ताक्षर किए हैं। डॉ आगा साहब के बाद ईरा जी का कार्यकाल ऐसा रहा जो नगरवासियों की स्मृतियों में है। लखीमपुर वासियों के दिलो पर राज करने वाली डॉ ईरा श्रीवास्तव की लोकप्रियता का जिक्र करते हुए उन्होंने एक वाक्या बताया कि लखीमपुर भ्रमण के दौरान स्थानीय अर्जुनपुरवा मोहल्ले की एक वृद्धा ने डॉ ईरा को भाजपा की देवी की संज्ञा दे डाली थी। उन्होंने डॉ ईरा के मृदुल स्वभाव, सरलता की भी प्रशंसा की।
इस बीच महासभा की महिला विंग की तरफ से राज्यमंत्री डॉ अरुण कुमार के कर कमलों में विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य कर रही कायस्थ प्रतिभाओं को सम्मानित कर उन्हें ऊर्जित किया गया।
डॉ अखिलेश खरे को चिकित्सक समाज के सम्मान से, व्यवसायी एच एन खरे,को सम्मानित किया गया।
पत्रकारिता के क्षेत्र से अशोक निगम, अनिल कुमार श्रीवास्तव, देव नन्दन श्रीवास्तव, अंकुर श्रीवास्तव, प्रतीक श्रीवास्तव,  को सम्मानित किया गया। योगा से अर्चना श्रीवास्तव, अभियंता विनय श्रीवास्तव को
शिक्षा क्षेत्र से आशीष प्रताप श्रीवास्तव, पुष्पलता श्रीवास्तव को अधिवक्ता संजय श्रीवास्तव सहित लगभग डेढ़ दर्जन प्रतिभाओं को सम्मानित किया गया।
समारोह में नन्हे, मुन्ने बच्चों की गायन, वादन व नृत्य प्रस्तुतियों ने लोगो का मन मोह लिया। हर प्रस्तुति पर सभागार करतल ध्वनि से गुंजायमान हुआ। कार्यक्रम में रोचक व ज्ञानवर्धक प्रश्नोत्तरी आयोजित हुई व उसके विजेताओं को पुरस्कृत किया गया। 
इस दौरान सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रतियोगिता भी सम्पन्न की गई। जिसमें टैग आबंटित प्रतिभागियों ने प्रतिभाग लिया और निर्णायक मंडल के पारखी निर्णय के आधार पर हर प्रतियोगिता के शीर्ष तीन प्रतिभागियों को प्रथम, द्वितीय व तृतीय पुरस्कार मिला। सांस्कृतिक संयोजिका शिप्रा श्रीवास्तव के सफल निर्देशन में उक्त प्रतियोगिता सम्पन्न हुई।
कार्यक्रम को विशिष्ट अतिथि के रूप में कायस्थ विचारक, चिंतक डॉ यदुलेश मुरारी सक्सेना, बरेली के पार्षद कपिल कांत सक्सेना, पार्षद उदय सक्सेना, महासभा महिला अध्यक्ष डॉ मंजुला बरतरिया, महासभा जिलाध्यक्ष ज्ञानेंद्र सक्सेना आदि ने संबोधित किया। समारोह का संयोजन महिला विंग की अध्यक्ष डॉ मंजुला बरतरिया, मीना पांड्या, डॉ प्रीति खरे, स्मिता सिन्हा, नमिता श्रीवास्तव, रीमा श्रीवास्तव, सुकृति सक्सेना, रीता सक्सेना, कपिल श्रीवास्तव, सौरभ सिन्हा, अमित श्रीवास्तव, नीरज सक्सेना, अंशुमान श्रीवास्तव, अचल श्रीवास्तव, धीरज श्रीवास्तव,  नीरज श्रीवास्तव,  इंजी विनय श्रीवास्तव, शौर्य सक्सेना, योगेंद्र सक्सेना आदि ने किया।
इस अवसर पर चित्रगुप्त कायस्थ सभा के जिलाध्यक्ष एड राजेश श्रीवास्तव, महासचिब मुकेश सक्सेना प्रदीप,  विओम हेल्थकेयर के डॉ ओ.पी श्रीवास्तव, कवि कुलदीप श्रीवास्तव समर,  कल्पना श्रीवास्तव, शिक्षिका हर्षिता श्रीवास्तव, सभासद पद के दावेदार शरद श्रीवास्तव, समाजसेवी हिमांशु सक्सेना आजाद, अनिल श्रीवास्तव, एड अनुराग सक्सेना, अखिलेश श्रीवास्तव, सहित कई दर्जन कायस्थ उपस्थित रहे।

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