🔘 आईआईटी रोपड़ में ज्ञान, नवाचार और भविष्य की दृष्टि का विराट संगम,, CVIP 2025 का भव्य समापन
रोपड़। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान रोपड़ में कंप्यूटर विज़न और इमेज प्रोसेसिंग पर 10वें अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन CVIP 2025 का समापन केवल एक अकादमिक आयोजन का अंत नहीं, बल्कि विज्ञान, तकनीक और मानवीय जिज्ञासा की साझा यात्रा का उत्सव था। चार दिनों तक (10–13 दिसंबर) आईआईटी रोपड़ का परिसर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, डीप लर्निंग और विज़न टेक्नोलॉजी के वैश्विक विचारों से प्रकाशवान रहा।
दुनिया भर से आए प्रतिष्ठित वैज्ञानिकों, शिक्षाविदों और उद्योग विशेषज्ञों ने ज्ञान के ऐसे दीप प्रज्वलित किए, जिनकी रोशनी भविष्य की तकनीकी राहों को दिशा देगी। प्रो. अनिल के. जैन, प्रो. बॉब फिशर, प्रो. दिनेश मनोचा जैसे अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त विद्वानों के मुख्य भाषणों ने शोधार्थियों को नई सोच और साहसिक नवाचार के लिए प्रेरित किया। सम्मेलन की विशेष पहचान रहा उद्योग शिक्षा दिवस, जहाँ शोध और उद्योग के बीच सेतु बना और प्रयोगशालाओं के विचार वास्तविक अनुप्रयोगों में ढलते दिखे। क्वांटम कंप्यूटिंग से लेकर मेडिकल इमेजिंग और स्वायत्त वाहनों तक, हर सत्र भविष्य की झलक था। CVIP 2025 ने यह सिद्ध किया कि भारत केवल तकनीक का उपभोक्ता नहीं, बल्कि वैश्विक नवाचार का नेतृत्वकर्ता बनने की क्षमता रखता है। आईआईटी रोपड़ ने इस आयोजन के माध्यम से ज्ञान को उद्देश्य और अनुसंधान को राष्ट्र निर्माण से जोड़ने का प्रेरक उदाहरण प्रस्तुत किया।
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