🔘 एकता, संस्कार और समरसता का भव्य उत्सव बना गाजियाबाद चित्रगुप्त सभा का सातवां वार्षिकोत्सव
गाजियाबाद। सामाजिक एकता, संस्कार और संगठित शक्ति का जीवंत उदाहरण रविवार को उस समय देखने को मिला, जब गाजियाबाद चित्रगुप्त सभा ने अपने 32 सहयोगी कायस्थ संगठनों के साथ मिलकर सातवां वार्षिकोत्सव एवं संगत-पंगत समारोह का भव्य आयोजन गुलमोहर ग्रैंड फार्म, वसुंधरा सेक्टर-4 में किया। “संगत-पंगत एवं कर्मठ चित्रांश पहचान और सम्मान” विषय पर आधारित इस समारोह में हजारों की संख्या में कायस्थ समाज के लोग परिवार सहित सम्मिलित हुए। गाजियाबाद, दिल्ली-एनसीआर के साथ-साथ तमिलनाडु, महाराष्ट्र, बिहार, राजस्थान, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, ओडिशा, असम और पश्चिम बंगाल सहित देश के अनेक राज्यों से समाज के प्रतिनिधियों की सहभागिता ने आयोजन को राष्ट्रीय स्वरूप प्रदान किया। कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन एवं भगवान चित्रगुप्त की आरती के साथ हुआ। समारोह के कार्यक्रम अध्यक्ष स्वामी चक्रपाणि महाराज रहे। प्रमुख अतिथियों में सुबोध कांत सहाय, नीरा शास्त्री, अभय वर्मा, संजय मयूख, अजय आलोक, अनूप कुमार श्रीवास्तव (आईआरएस), अशोक श्रीवास्तव, बिनोद श्रीवास्तव, राजीव रंजन प्रसाद, अनुराधा प्रसाद तथा गाजियाबाद सांसद सुनील शर्मा की उपस्थिति विशेष रही। विभिन्न प्रशासनिक, राजनीतिक, सामाजिक, मीडिया एवं व्यापारिक क्षेत्रों के प्रतिष्ठित व्यक्तियों ने भी कार्यक्रम की गरिमा बढ़ाई। मुख्य संयोजक अनुरंजन श्रीवास्तव ने बताया कि सांस्कृतिक प्रस्तुतियों, विचारोत्तेजक प्रेजेंटेशन और छह श्रेणियों में समाज के मेधावी छात्रों, बुजुर्ग दंपतियों, समाजसेवियों, उद्यमियों और प्रतिभाशाली व्यक्तियों के सम्मान ने समारोह को प्रेरणादायी बनाया। इस अवसर पर गाजियाबाद कायस्थ स्मारिका एवं डायरेक्टरी का विमोचन भी हुआ। संगत-पंगत और सहभोज के माध्यम से सामाजिक समरसता का सशक्त संदेश दिया गया।
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