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मंगलवार, 9 दिसंबर 2025

लखीमपुर खीरी में शुरू हुआ हाई-टेक ADTC, स्मार्ट ड्राइविंग का नया अध्याय, डीएम ने किया लोकार्पण

*खीरी को मिली बड़ी सौगात: प्रदेश का 21वां हाई-टेक ADTC शुरू

*डीएम ने छात्रों के लिए ADTC में 25% छूट की घोषणा, स्मार्ट ड्राइविंग अब सस्ती और सुलभ

*महिलाओं-बालिकाओं व सफाई कर्मियों को हेलमेट देकर डीएम बोलीं सड़क सुरक्षा सिर्फ नियम नहीं, जीवन का अनुशासन

लखीमपुर खीरी, 09 दिसंबर। उत्तर प्रदेश में स्मार्ट ड्राइविंग ट्रेनिंग का नक्शा आज बदल गया और इस बदलाव का केंद्र बना लखीमपुर खीरी। प्रदेश का 21वां जनपद होने का गौरव पाने वाले खीरी ने अब एक और उपलब्धि जोड़ ली है। जिले में अत्याधुनिक “प्रत्यायन चालन प्रशिक्षण केंद्र (ADTC)” की शुरुआत के साथ ही ड्राइविंग टेस्ट और प्रशिक्षण पूरी तरह तकनीक आधारित युग में प्रवेश कर गया।

जिले की ड्राइविंग दुनिया में मंगलवार का दिन ऐतिहासिक हो गया। डीएम दुर्गा शक्ति नागपाल ने सीडीओ अभिषेक कुमार संग “प्रत्यायन चालन प्रशिक्षण केन्द्र (ADTC)” का लोकार्पण किया और शिलापट का अनावरण होते ही कार्यक्रम स्थल तालियों से गूंज उठा। यह केंद्र किसी आम ट्रेनिंग सेंटर जैसा नहीं, बल्कि अत्याधुनिक तकनीक से सजा ड्राइविंग का स्मार्ट गुरुकुल है। मौके पर एडीएम नरेंद्र बहादुर सिंह, प्रशिक्षु आईएएस मनीषा धार्वे, एआरटीओ शांति भूषण पांडे और केंद्र के एमडी डॉ. कौशल कुमार वर्मा मौजूद रहे।

*टेक्नोलॉजी का ‘ड्राइविंग स्कूल’, जहाँ मशीनें तय करेंगी आपकी परफॉर्मेंस*
लोकार्पण के बाद डीएम ने अधिकारियों संग पूरे सेंटर का भ्रमण किया। सेंसर बेस्ड ट्रैक, सिमुलेटर मशीनें, ऑटोमेटेड टेस्टिंग सिस्टम
सब देखकर डीएम ने केंद्र के संचालन की विस्तृत जानकारी ली और कहा कि इससे ड्राइविंग लाइसेंस प्रक्रिया में पारदर्शिता और तकनीकी दक्षता दोनों को नया आयाम मिलेगा।

*स्कूली बच्चों ने बाँधा समां, सड़क सुरक्षा का नाटक रहा आकर्षण का केंद्र*
कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्ज्वलन से हुई।
इसके बाद बच्चों ने सरस्वती वंदना, स्वागत गीत और सड़क सुरक्षा पर आधारित शिक्षाप्रद नाटक प्रस्तुत किया। बच्चों की प्रस्तुति ने दर्शकों को मंत्र मुग्ध कर दिया। डीएम ने महिलाओं, बालिकाओं और सफाई कर्मियों को निःशुल्क हेलमेट वितरित किए और कहा कि सड़क सुरक्षा कोई कागजी अध्याय नहीं, जीवन की दृढ़ प्रतिज्ञा है। ADTC सुरक्षित ड्राइविंग संस्कृति को नई दिशा देगा।

*जिम्मेदार ड्राइवर तैयार करेगा नया ADTC : डीएम*
डीएम दुर्गा शक्ति नागपाल ने कहा कि प्रत्यायन चालन प्रशिक्षण केन्द्र की स्थापना जिले के लिए एक बड़ी सौगात है, क्योंकि यहां ड्राइविंग प्रशिक्षण पूरी तरह आधुनिक तकनीक पर आधारित होगा। अब ड्राइविंग टेस्ट मशीनें लेंगी, इंसान नहीं। इससे प्रक्रिया निष्पक्ष, पारदर्शी और विश्वसनीय बनेगी। टेस्ट पास होना अब किसी ‘सिफारिश’ से नहीं, आपकी वास्तविक क्षमता से तय होगा। यह केंद्र सिर्फ लाइसेंस दिलाने का स्थान नहीं, बल्कि जिम्मेदार नागरिक तैयार करने का संस्थान है। सेंटर में प्रशिक्षण के दौरान यातायात नियम, सड़क सुरक्षा, तकनीकी दक्षता और आपातकालीन स्थिति में वाहन संचालन को विशेष रूप से सिखाया जाएगा।

डीएम ने सभी से अपील करते हुए कहा कि जिला प्रशासन आपकी सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध है। लेकिन सुरक्षित सड़कों का निर्माण तभी संभव है जब हर नागरिक नियमों का सम्मान करे। आज हम सब मिलकर सुरक्षित और जागरूक खीरी बनाने का संकल्प लें।

सीडीओ अभिषेक कुमार ने कहा कि इस केंद्र में सड़क सुरक्षा नियम,ट्रैफिक अनुशासन, इमरजेंसी हैंडलिंग जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि
यह केवल ड्राइविंग सेंटर नहीं, बल्कि सुरक्षित नागरिक गढ़ने की कार्यशाला है।

एडीएम नरेंद्र बहादुर सिंह ने कहा कि ADTC की शुरुआत जिले में ड्राइविंग प्रशिक्षण को नए मानक देगी। उन्होंने बताया कि ऑटोमेटेड टेस्टिंग सिस्टम से ड्राइविंग कौशल का मूल्यांकन अब पूरी तरह निष्पक्ष, पारदर्शी और तकनीक आधारित होगा।

एआरटीओ शांति भूषण पांडे ने कहा कि ऑटोमेटेड ड्राइविंग टेस्ट पूरी तरह निष्पक्ष है।
न कोई पक्षपात, न कोई मानवीय भूल वाहन की हर हरकत सेंसर खुद रिकॉर्ड करता है। उन्होंने बताया कि ADTC खुलने से लोगों को अब दूर-दराज ड्राइविंग टेस्ट देने नहीं जाना पड़ेगा। हाँ, लाइसेंस जारी करने का अधिकार आरटीओ/एआरटीओ के पास ही रहेगा।प्रशिक्षण के दौरान नियमों, ट्रैफिक अनुशासन और इमरजेंसी ड्राइविंग की अनिवार्यता पर जोर देते हुए कहा कि ADTC भविष्य के जिम्मेदार, दक्ष, जागरूक ड्राइवर तैयार करेगा।

*डीएम ने स्टूडेंट्स के लिए छूट की घोषणा*
डीएम दुर्गा शक्ति नागपाल ने ADTC में स्टूडेंट्स के लिए 25% छूट की घोषणा कर जिले में स्मार्ट ड्राइविंग प्रशिक्षण को और सुलभ बनाया। उन्होंने बताया कि ड्राइविंग ट्रेनिंग और टेस्टिंग का सरकारी शुल्क ₹6,000 तय है, जिसे छात्रों के लिए ₹4,500 किया जाएगा। डीएम ने इस पहल को युवाओं को जिम्मेदार, दक्ष और सुरक्षित ड्राइवर बनाने की दिशा में अहम कदम बताया।

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