प्रयागराज। आस्था के महासमागम माघ मेला–2026 को सुरक्षित, सुव्यवस्थित और श्रद्धालु अनुकूल बनाने के लिए रेलवे पुलिस ने अपनी तैयारियों को अंतिम रूप देना शुरू कर दिया है। इसी क्रम में आज 26 दिसंबर 2025 को रिजर्व पुलिस लाइन्स स्थित तीर्थराज सभागार में रेलवे पुलिस विभाग द्वारा एक महत्वपूर्ण प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जो अनुशासन, सेवा और सुरक्षा का जीवंत उदाहरण बना।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पुलिस अधीक्षक रेलवे, प्रयागराज प्रशांत वर्मा (आईपीएस) ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि माघ मेला केवल एक आयोजन नहीं, बल्कि करोड़ों श्रद्धालुओं की आस्था और विश्वास का संगम है। इस महायात्रा को सुरक्षित बनाना रेलवे पुलिस की सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने बताया कि माघ मेला–2026 के दौरान रेलवे पुलिस की भूमिका यातायात प्रबंधन, भीड़ नियंत्रण और सुरक्षा के त्रिसूत्र पर आधारित रहेगी।
उन्होंने कहा कि श्रद्धालुओं को सुरक्षित एवं सुव्यवस्थित रूप से रेलवे स्टेशनों तक लाने-ले जाने के लिए होल्डिंग एरिया, अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती और आधुनिक निगरानी तंत्र प्रभावी रूप से लागू किया जाएगा। उद्देश्य यही है कि किसी भी स्थिति में अव्यवस्था न उत्पन्न हो और हर श्रद्धालु को सुगम, सुरक्षित एवं शांतिपूर्ण यात्रा अनुभव प्राप्त हो।
सुरक्षा के मजबूत स्तंभ, व्यवस्था के ठोस कदम
प्रशिक्षण के दौरान रेलवे पुलिस की कार्ययोजना को विस्तार से साझा किया गया। स्टेशनों पर चिन्हित होल्डिंग एरिया में यात्रियों को नियंत्रित रूप से रोककर प्लेटफॉर्म पर भेजा जाएगा। मेला क्षेत्र से लेकर रेलवे स्टेशनों तक बड़े एवं स्पष्ट साइनेज यात्रियों को सही दिशा और ट्रेन संबंधी जानकारी देंगे।
जीआरपी एवं आरपीएफ के संयुक्त सुरक्षा तंत्र के माध्यम से रेलवे परिसरों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाएगी। प्रवेश द्वारों पर मेटल डिटेक्टर, डॉग स्क्वॉड और आधुनिक उपकरणों से सघन जांच की जाएगी, वहीं सीसीटीवी कैमरों की सतत निगरानी से हर गतिविधि पर पैनी नजर रखी जाएगी। भारी भीड़ को देखते हुए प्रशिक्षित अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती भी की जाएगी।
श्री वर्मा ने विशेष रूप से इस बात पर बल दिया कि पुलिसकर्मियों को श्रद्धालुओं से संवेदनशील संवाद और आपात स्थिति में त्वरित प्रतिक्रिया के लिए विशेष प्रशिक्षण दिया जा रहा है, ताकि सेवा और सुरक्षा दोनों का संतुलन बना रहे।
सहयोग से ही बनेगा मेला सुरक्षित
पुलिस अधीक्षक रेलवे ने श्रद्धालुओं से भी अपील की कि वे पुलिस एवं आरपीएफ के निर्देशों का पालन करें। उनका सहयोग ही माघ मेला को सुरक्षित, सुव्यवस्थित और स्मरणीय बना सकता है। इस प्रेरणादायी प्रशिक्षण कार्यक्रम में क्षेत्राधिकारी रेलवे अरुण कुमार पाठक, क्षेत्राधिकारी रेलवे माघ मेला ए.के. तिवारी, जीआरपी प्रशिक्षण प्रभारी राजकुमार सिंह सहित अनेक जीआरपी अधिकारी एवं कर्मचारीगण उपस्थित रहे। माघ मेला2026 की तैयारियों में यह प्रशिक्षण कार्यक्रम एक मजबूत आधार बनकर उभरा है, जो यह संदेश देता है कि जब सुरक्षा, संवेदनशीलता और सेवा भाव एक साथ चलते हैं, तब आस्था की यात्रा सचमुच सहज और सुरक्षित बनती है।
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