होमी भाभा कैंसर अस्पताल एवं अनुसंधान केंद्र, पंजाब ने एंटीमाइक्रोबियल रेज़िस्टेंस के खिलाफ लड़ाई को मजबूत करने हेतु आयोजित किया 'माइक्रोस्कोप 2025'
चंडीगढ़, 30 नवंबर : होमी भाभा कैंसर अस्पताल एवं अनुसंधान केंद्र, पंजाब के माइक्रोबायोलॉजी विभाग ने 29 नवंबर 2025 को न्यू चंडीगढ़ परिसर में 'द एरा ऑफ एंटीमाइक्रोबियल रेज़िस्टेंस – कॉम्बैटिंग सुपरबग्स' विषय पर केंद्रित एक दिवसीय शैक्षणिक कार्यक्रम 'माइक्रोस्कोप 2025' का सफलतापूर्वक आयोजन किया।
इस सम्मेलन में प्रतिष्ठित चिकित्सकों, शोधकर्ताओं, शिक्षाविदों एवं स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने भाग लिया और एंटीमाइक्रोबियल रेज़िस्टेंस (AMR) की वैश्विक चुनौती पर गहन चर्चा की। कार्यक्रम के दौरान उभरते प्रतिरोध तंत्र, उपचार की नवीन रणनीतियाँ, निदान तकनीकों में प्रगति और एंटीमाइक्रोबियल स्टूवर्डशिप जैसे विषयों पर प्रभावी व्याख्यान प्रस्तुत किए गए। क्विज़ प्रतियोगिता, पोस्टर/मौखिक शोध-पत्र प्रस्तुति तथा केस-आधारित पैनल चर्चाओं ने प्रतिभागियों के ज्ञानवर्धन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
इस अवसर पर HBCH&RC पंजाब के निदेशक डॉ. आशीष गुलिया ने सभी प्रतिभागियों और आयोजकों की सराहना करते हुए कहा, "मैं उन सभी का आभारी हूँ जिन्होंने इस कार्यक्रम में भाग लिया है। इसमें भाग लेकर वे वास्तव में होमी भाभा कैंसर अस्पताल के सहयोगी बन गए हैं। प्रत्येक प्रतिभागी यहां से टीएमसी के मूल्यों - हमारे सिद्धांत, शिक्षा, सेवा एवं नैदानिक प्रतिबद्धता—का एक हिस्सा साथ लेकर जाता है। मैं आयोजन टीम को बधाई देता हूँ और यह देखकर प्रसन्न हूँ कि माइक्रोबायोलॉजी विभाग निरंतर महत्वपूर्ण प्रगति कर रहा है। मुझे आशा है कि 'माइक्रोस्कोप 2025' की यह सोच आगे भी निरंतर विकसित होगी और अन्य विभागों को भी प्रेरित करेगी।"
यह कार्यक्रम ज्ञान विनिमय, सहयोग और नए विचारों के आदान-प्रदान का सशक्त मंच साबित हुआ, जिसने एंटीबायोटिक के जिम्मेदार उपयोग को बढ़ावा देने तथा ड्रग-रेज़िस्टेंट संक्रमणों के खिलाफ लड़ाई को मजबूत करने की दिशा में महत्वपूर्ण योगदान दिया। आयोजक मंडल ने सभी संकाय सदस्यों, प्रतिभागियों, प्रायोजकों एवं समर्थकों के प्रति आभार व्यक्त किया, जिन्होंने 'माइक्रोस्कोप 2025' को सफल बनाया।
पंजाब और आस-पास के राज्यों के लोगों को बेहतरीन कैंसर इलाज देने के मकसद से, प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने अगस्त, 2022 में साहिबज़ादा अजित सिंह नगर ज़िले के न्यू चंडीगढ़ (मोहाली) में इस 'होमी भाभा कैंसर अस्पताल और अनुसंधान केंद्र' को देश को समर्पित किया था। यह अस्पताल भारत सरकार के परमाणु ऊर्जा विभाग के तहत काम करने वाले टाटा मेमोरियल सेंटर ने 660 करोड़ रुपये से ज़्यादा की लागत से बनाया है।
यह एक बड़ा अस्पताल है जिसमें 300 बेड हैं। इसमें हर तरह के कैंसर के इलाज के लिए आधुनिक सुविधाएँ हैं, जैसे: ऑपरेशन, रेडियोथेरेपी, कीमोथेरेपी, इम्यूनोथेरेपी और बोन मैरो ट्रांसप्लांट।
यह अस्पताल इस पूरे इलाके में कैंसर के इलाज के मुख्य केंद्र ('हब') की तरह काम करता है, और संगरूर में स्थित 150 बेड वाला अस्पताल इसकी सहायक शाखा ('स्पोक') है।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
Post Comments