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सोमवार, 17 नवंबर 2025

होमी भाभा कैंसर अस्पताल और अनुसंधान केंद्र, पंजाब ने दो दिवसीय ऑर्थोपेडिक ऑन्कोलॉजी सम्मेलन की मेज़बानी की



चंडीगढ़ ( ) 17 नवंबर:   होमी भाभा कैंसर अस्पताल और अनुसंधान केंद्र (HBCH&RC), पंजाब ने अपने न्यू चंडीगढ़ कैंपस में हड्डियों और मांसपेशियों के कैंसर (ऑर्थोपेडिक ऑन्कोलॉजी) पर दो दिन का एक सफल मेडिकल सम्मेलन आयोजित किया। इस कार्यक्रम में पूरे देश से हड्डियों के कैंसर के इलाज में माहिर डॉक्टर और बड़े विशेषज्ञ शामिल हुए। उन्होंने एक-दूसरे के साथ अपना ज्ञान, नए शोध और मरीज़ों के इलाज के अनुभव साझा किए।

इस मेडिकल कॉन्फ्रेंस का मुख्य एजेंडा हड्डी के ट्यूमर (गाँठ), जो अच्छे या बुरे (कैंसर वाले) हो सकते हैं, उनके निदान (पहचान) और इलाज की बारीकी से समीक्षा करना था। इसमें शामिल डॉक्टरों को यह जानने में मदद मिली कि मरीज़ के ट्यूमर को पहचानने और सही इलाज की योजना बनाने में स्कैन (जैसे MRI) और बायोप्सी की रिपोर्ट कितनी ज़रूरी होती है।

सत्रों में यह समझाया गया कि मरीज़ की असल स्थिति को देखते हुए इलाज कैसे प्लान किया जाए। डॉक्टरों ने एक-दूसरे के साथ मरीज़ों के असली केस पर चर्चा की और अलग-अलग विशेषज्ञ डॉक्टरों से सवाल-जवाब किए, ताकि सब मिलकर मरीज़ की बेहतर देखभाल कर सकें। मीटिंग में इलाज के नए तरीकों पर भी बात हुई, जैसे कि पैर या अंग को बचाने की एडवांस तकनीकें (लिम्ब साल्वेज) और जटिल ट्यूमर के इलाज के लिए इस्तेमाल होने वाली नई किरणें (रेडिएशन)।

होमी भाभा कैंसर अस्पताल एवं अनुसंधान केंद्र, पंजाब के निदेशक डॉ. (प्रोफेसर) आशीष गुलिया जो IMSOS (द इंडियन मस्कुलो स्केलेटल ऑन्कोलॉजी सोसाइटी) के अध्यक्ष भी हैं, ने कहा कि इस तरह के मेडिकल कॉन्फ्रेंस बहुत ज़रूरी हैं। उन्होंने ज़ोर दिया कि हड्डियों और सॉफ्ट टिश्यू के ट्यूमर वाले मरीज़ों के लिए सभी डॉक्टरों (इलाज करने वाले, स्कैन देखने वाले और बायोप्सी करने वाले) का मिलकर काम करना बहुत ज़रूरी है, ताकि मरीज़ों को सही और सबूतों पर आधारित बेहतरीन इलाज मिल सके।

मेडिकल कॉन्फ्रेंस में शामिल हुए सभी लोगों ने इसकी तारीफ की। उन्होंने कहा कि कैंसर के मुद्दे पर हुई वैज्ञानिक चर्चाएँ बहुत अच्छी थीं और उन्हें अपने साथियों तथा बड़े विशेषज्ञों से बहुत कुछ सीखने और बात करने का मौका मिला।

पंजाब और आस-पास के राज्यों के लोगों को बेहतरीन कैंसर इलाज देने के मकसद से, प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने अगस्त, 2022 में साहिबज़ादा अजित सिंह नगर ज़िले के न्यू चंडीगढ़ (मोहाली) में इस 'होमी भाभा कैंसर अस्पताल और अनुसंधान केंद्र' को देश को समर्पित किया था। यह अस्पताल भारत सरकार के परमाणु ऊर्जा विभाग के तहत काम करने वाले टाटा मेमोरियल सेंटर ने 660 करोड़ रुपये से ज़्यादा की लागत से बनाया है।

यह एक बड़ा अस्पताल है जिसमें 300 बेड हैं। इसमें हर तरह के कैंसर के इलाज के लिए आधुनिक सुविधाएँ हैं, जैसे: ऑपरेशन, रेडियोथेरेपी, कीमोथेरेपी, इम्यूनोथेरेपी और बोन मैरो ट्रांसप्लांट।

यह अस्पताल इस पूरे इलाके में कैंसर के इलाज के मुख्य केंद्र ('हब') की तरह काम करता है, और संगरूर में स्थित 150 बेड वाला अस्पताल इसकी सहायक शाखा ('स्पोक') है।

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