लखीमपुर खीरी। स्वदेशी की शक्ति, आत्मनिर्भर भारत का स्वप्न और भारतीय संस्कृति का गौरव, इन तीनों का अद्भुत संगम शुक्रवार दोपहर विलोबी ग्राउंड पर दिखाई दिया। दीप प्रज्वलन, शंखनाद और गगनभेदी जयघोष के बीच “यूपी ट्रेड शो स्वदेशी मेला 2025” का भव्य शुभारंभ हुआ।
मुख्य अतिथि उप्र विधान परिषद सदस्य पवन सिंह चौहान ने डीएम दुर्गा शक्ति नागपाल, विधायक योगेश वर्मा, जिलाध्यक्ष सुनील सिंह, जिपं अध्यक्ष प्रतिनिधि नरेंद्र सिंह, सीडीओ अभिषेक कुमार और प्रशिक्षु आईएएस मनीषा धार्वे संग फीता काटकर मेले का उद्घाटन किया। देखते ही देखते मैदान रंग-बिरंगे स्टालों, हस्तशिल्प की झलकियों और लोक संस्कृति की छटा से सरोवरित हो उठा।
अपने प्रेरणादायी संबोधन में एमएलसी ने कहा कि हर भारतीय यदि स्वदेशी अपनाए, तो राष्ट्र को नई ऊर्जा मिलेगी। उन्होंने कहा “प्रदेश अब न गुंडाराज में है, न भ्रष्टाचार में… मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में रोजगार और उद्योग का नया दौर शुरू हो चुका है।” “स्वदेशी अपनाकर हर नागरिक राष्ट्रनिर्माण में अपनी ईंट जोड़ता है। यही भारत को आत्मनिर्भरता की ऊँचाइयों पर ले जाएगा।”
उन्होंने खीरी की उर्वर भूमि को संभावनाओं से भरा बताते हुए पारंपरिक उद्योगों को पुनर्जीवित करने की अपील की और घोषणा की कि एसआर ग्रुप के माध्यम से जिले के युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराया जाएगा।
उद्घाटन के बाद एमएलसी और जनप्रतिनिधियों ने करीब 50 स्टालों का अवलोकन किया। स्वयं सहायता समूहों, विभागीय इकाइयों और स्थानीय उद्यमियों द्वारा बनाए गए उत्पाद देखकर उन्होंने कहा “यह मेले में लगे हर हस्तशिल्प, हर उत्पाद में एक सपना है, आत्मनिर्भर भारत का।”
एमएलसी ने न केवल उत्पाद खरीदे बल्कि स्वयं भुगतान कर संदेश दिया कि नेता तभी सच्चे हैं, जब वे जनता के श्रम और सपनों का मूल्य पहचानें। इस दौरान जीजीआईसी की छात्राओं ने स्वागत गीत से वातावरण को मधुरता से भर दिया, तो मुखबधिर बालिका का “मेरे घर राम आए हैं” पर नृत्य देखकर हर आंख नम हो उठी। तालियों की गड़गड़ाहट देर तक पंडाल में गूंजती रही।
मंच पर एक ओर गर्भवती महिलाओं की गोदभराई और शिशुओं का अन्नप्राशन संस्कार हुआ, तो दूसरी ओर महिलाओं और युवाओं को आर्थिक सशक्तिकरण का संबल मिला।
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उद्योगों को सर्वाधिक जीएसटी योगदान हेतु सम्मान
यह दृश्य दर्शाता था कि विकास सिर्फ आंकड़ों का खेल नहीं, बल्कि आमजन के जीवन में उम्मीद का उजियारा है।
कार्यक्रम के अंत में डीएम दुर्गा शक्ति नागपाल और सीडीओ अभिषेक कुमार ने जनप्रतिनिधियों को स्मृति चिन्ह भेंट किए। आभार ज्ञापन पीडी एसएन चौरसिया ने किया।
पूरे आयोजन ने यह साबित किया कि स्वदेशी आंदोलन अब केवल इतिहास का अध्याय नहीं, बल्कि भविष्य की दिशा है। विलोबी ग्राउंड में गूंजा हर जयघोष मानो यही कह रहा था “जब स्वदेशी बने जन-जन का मंत्र, तभी भारत होगा विश्वगुरु।”
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