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शुक्रवार, 31 अक्टूबर 2025

महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय, रोहतक में हुआ ‘रन फॉर यूनिटी’ का किया आयोजन

खादी और ग्रामोद्योग आयोग ने सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती के उपलक्ष्य में महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय, रोहतक में ‘रन फॉर यूनिटी’ का किया आयोजन 

सरदार पटेल की एकता की भावना और बापू का स्वदेशी व खादी का विचार, प्रधानमंत्री मोदी जी के नेतृत्व में “संकल्प से सिद्धि” की ओर अग्रसर: चेयरमैन, केवीआईसी श्री मनोज कुमार

खादी उत्पादों पर जीएसटी शून्य: चेयरमैन, केवीआईसी

पिछले 11 वर्षों में खादी और ग्रामोद्योग क्षेत्र में उत्पादन 4 गुना, बिक्री 5 गुना, और रोजगार में 49 प्रतिशत की वृद्धि: चेयरमैन, केवीआईसी श्री मनोज कुमार

रोहतक/चंडीगढ़, 31 अक्टूबर: लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती के उपलक्ष्य में शुक्रवार को रोहतक स्थित महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय (MDU) परिसर में ‘रन फॉर यूनिटी’ मिनी मैराथन का भव्य आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम खादी और ग्रामोद्योग आयोग (केवीआईसी), सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्रालय, भारत सरकार, के राज्य कार्यालय अंबाला द्वारा खादी ग्रामोद्योग भवन, नई दिल्ली एवं MDU प्रशासन के सहयोग से आयोजित किया गया।

कार्यक्रम में केवीआईसी के चेयरमैन श्री मनोज कुमार मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। उन्होंने MDU के रजिस्ट्रार डॉ. कृष्ण कांत गुप्ता के साथ ‘रन फॉर यूनिटी’ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया और प्रतिभागियों को एकता, स्वदेशी और आत्मनिर्भर भारत का संदेश दिया।

मैराथन का उद्देश्य युवाओं में राष्ट्रीय एकता, स्वदेशी उत्पादों पर गर्व और आत्मनिर्भर भारत की भावना को सुदृढ़ करना था। विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राओं, स्वयंसेवकों तथा स्थानीय नागरिकों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।

अपने संबोधन में श्री मनोज कुमार ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के प्रेरक नेतृत्व में खादी केवल एक वस्त्र नहीं, बल्कि राष्ट्र की आत्मा का प्रतीक बन चुकी है। प्रधानमंत्री जी के ‘वोकल फॉर लोकल’, ‘हर घर स्वदेशी, घर-घर स्वदेशी’, ‘गर्व से कहो यह स्वदेशी है’ और ‘आत्मनिर्भर भारत’ के आह्वान ने पूरे देश में ‘खादी की स्वदेशी क्रांति’ का नया अध्याय लिखा है। उन्होंने कहा कि सरदार पटेल की एकता की भावना और बापू के स्वदेशी विचार आज प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में ‘संकल्प से सिद्धि’ की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। उन्होंने युवाओं से स्थानीय उत्पादों को प्राथमिकता देने और गर्व के साथ खादी अपनाने का आग्रह किया, क्योंकि यही वास्तविक आर्थिक आत्मनिर्भरता का मार्ग है।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में जीएसटी सुधार खादी जगत के लिए ऐतिहासिक कदम है। अब खादी उत्पादों पर जीएसटी शून्य कर दिया गया है, जिससे कारीगरों और उद्योग को सीधा लाभ मिलेगा। इस निर्णय से खादी के उत्पादन, बिक्री और लोकप्रियता में उल्लेखनीय वृद्धि होगी तथा देशभर में खादी के प्रति रुचि और जागरूकता बढ़ेगी।

श्री कुमार ने बताया कि “प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी की प्रेरणा से खादी और ग्रामोद्योग ने गांव-गांव तक ‘कारीगर क्रांति’ की नई अलख जगाई है। वित्त वर्ष 2024-25 में खादी और ग्रामोद्योग का कुल उत्पादन 1,16,599 करोड़ रुपये और कुल बिक्री 1,70,551 करोड़ रुपये रही है, जिससे लगभग 2 करोड़ लोगों को रोजगार मिला।” उन्होंने आगे कहा, “पिछले 11 वर्षों में खादी और ग्रामोद्योग क्षेत्र में उत्पादन 4 गुना, बिक्री 5 गुना और रोजगार में 49 प्रतिशत की वृद्धि हुई है, जो प्रधानमंत्री के नेतृत्व में हुए आर्थिक और सामाजिक परिवर्तन का प्रमाण है।”

कार्यक्रम के अंत में पुरुष एवं महिला वर्ग के विजेताओं को प्रथम पुरस्कार के रूप में ₹4,000, द्वितीय पुरस्कार ₹3,000, तथा तृतीय पुरस्कार ₹2,000 के खादी कूपन एवं मेडल प्रदान किए गए।

पुरुष वर्ग में प्रथम स्थान मास्टर परवीन, द्वितीय मास्टर अनीश, तथा तृतीय मास्टर साहिल सिंधू ने प्राप्त किया। महिला वर्ग में प्रथम स्थान सुश्री सुधा यादव, द्वितीय सुश्री वंदना, जबकि सुश्री अवनि एवं श्रीमती निकिता ने संयुक्त रूप से तृतीय स्थान हासिल किया।

इस अवसर पर ‘एक पेड़ मां के नाम’ और ‘स्वच्छ भारत अभियान’ के अंतर्गत परिसर में पौधारोपण कार्यक्रम भी आयोजित किया गया।

कार्यक्रम में रोहतक जिला प्रशासन एवं विश्वविद्यालय प्रशासन के अधिकारी, प्राध्यापक, खादी संस्थाओं के प्रतिनिधि, कारीगर, विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राएं तथा स्थानीय नागरिक बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।

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