लखीमपुर खीरी, 13 अक्टूबर। कभी धूल-धक्कड़ में डूबा, जाम की बेड़ियों में जकड़ा लखीमपुर अब विकास की नई राह पर कदम रख रहा है। संकटा देवी से लेकर लालपुर बैरियर तक 3.65 किलोमीटर लंबा और 22 मीटर चौड़ा फोरलेन मार्ग बनने जा रहा है वह भी शासन की औपचारिक स्वीकृति के साथ। इस मार्ग पर कृष्णा टॉकीज क्रॉसिंग पर बनने वाला रेलवे ओवर ब्रिज (आरओबी) लखीमपुर शहर के लिए जीवनदान साबित होगा।
यह निर्णय केवल एक परियोजना की स्वीकृति नहीं, बल्कि एक दूरदर्शी प्रशासनिक सोच की जीत है। सीडीओ अभिषेक कुमार की लगन, दृष्टि और अथक प्रयासों ने इस लंबे इंतज़ार को हकीकत में बदला है। उन्होंने बार-बार शासन के समक्ष शहर के जाम की पीड़ा रखी और अब वही पीड़ा एक परियोजना के रूप में प्रगति का प्रतीक बनकर सामने आई है।
कृष्णा टॉकीज क्रॉसिंग, जहाँ अब तक रुकावटें ही रफ्तार की दुश्मन थीं, अब नयी कहानी लिखेगा। घंटों तक ट्रेन के गुजरने का इंतज़ार करने वाले वाहनचालकों को अब इंतज़ार नहीं करना पड़ेगा। आरओबी बनने के बाद शहर की साँसें खुलेंगी, रफ्तार को पंख मिलेंगे और लोग राहत की मुस्कान के साथ मंज़िल तक पहुँचेंगे।
स्वीकृति मिलते ही सीडीओ अभिषेक कुमार स्वयं अफसरों की टीम के साथ प्रस्तावित मार्ग का निरीक्षण करने पहुँचे। उन्होंने मार्ग पर मौजूद अतिक्रमणों की पहचान की और संबंधित विभागों को स्पष्ट निर्देश दिए “यह सड़क सिर्फ़ ईंट-पत्थरों की लकीर नहीं, शहर की धड़कन है। इसे समय पर, गुणवत्ता के साथ पूरा किया जाएगा।” उनकी यह पंक्ति आज पूरे लखीमपुर के हृदय में गूंज रही है “यह सिर्फ़ सड़क नहीं, शहर की जीवनरेखा है।”
गत वर्ष उन्होंने राजापुर चौराहे से डॉन बॉस्को नहरिया तक फोरलेन परियोजना को भी मंज़ूरी दिलाई थी, जो अब तेजी से निर्माणाधीन है। और अब जब शहर के दूसरे छोर संकटा देवी से लालपुर बैरियर तक फोरलेन मार्ग को हरी झंडी मिल चुकी है, तो कहना गलत न होगा कि लखीमपुर अब दो पंखों वाले उस पंछी की तरह उड़ान भरने को तैयार है, जिसे विकास की हवा मिल चुकी है।
यह परियोजना न केवल यातायात की सुविधा देगी, बल्कि शहर के आर्थिक, व्यावसायिक और सांस्कृतिक विकास की गति को भी नई दिशा देगी।
जाम की जगह अब गति होगी, अव्यवस्था की जगह अब सुंदरता होगी और यह सब संभव हुआ है एक दूरदर्शी अधिकारी की निष्ठा और जनता की आकांक्षाओं के संगम से।
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