लखीमपुर खीरी। भारत विकास परिषद् संस्कार शाखा द्वारा राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस के उपलक्ष्य पर चिकित्सा जगत के दो ऐसे प्रेरणास्रोत व्यक्तित्वों डॉ. अंजित सिंह एवं डॉ. प्रिया सक्सेना का सम्मान किया गया, जो न केवल मरीजों के शरीर की पीड़ा दूर करते हैं, बल्कि सेवा और संवेदना से उनके जीवन को भी प्रकाशवान करते हैं।
कार्यक्रम में शाखा अध्यक्ष अर्चना श्रीवास्तव ने कहा कि चिकित्सक केवल रोग का निदान नहीं करते, वे विश्वास, आश्वासन और जीवन की आशा देते हैं। डॉ. अंजित सिंह और डॉ. प्रिया सक्सेना जैसे समर्पित चिकित्सक समाज की अमूल्य धरोहर हैं। उल्लेखनीय है कि एनो-रेक्टल सर्जन डॉ. अंजित सिंह अब तक 2000 से अधिक जटिल शल्य क्रियाएं सफलता पूर्वक कर चुके हैं। उनकी दक्षता और करुणा ने न जाने कितने जीवन को फिर से मुस्कान दी है। वहीं स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ डॉ. प्रिया सक्सेना हर रविवार निःशुल्क परामर्श देकर जरूरतमंद महिलाओं के लिए स्वास्थ्य और आश्वासन का संबल बन चुकी हैं। उनके इस निरंतर सेवा कार्य ने उन्हें "सेहत की संवाहिका" बना दिया है। सम्मान समारोह में प्रदीप सक्सेना "मुकेश", अमित श्रीवास्तव 'जुग्गी', संध्या शुक्ला, अंशुमान श्रीवास्तव 'अंशू' सहित अनेक गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे। कुलमिलाकर यह आयोजन न केवल चिकित्सकों को सम्मान देने का अवसर बना, बल्कि समाज को यह संदेश भी दे गया कि जब सेवा और संवेदना मिलकर कार्य करती हैं, तब चिकित्सा केवल पेशा नहीं, बल्कि परम तप बन जाती है।
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