लखीमपुर खीरी, 2 जुलाई 2025। Inner Wheel Club of Lakhimpur Navdisha ने सेवा, समर्पण और सद्भावना की भावना को साकार करते हुए सलेमपुर कोन वृद्धाश्रम में एक विशेष सेवा प्रकल्प का आयोजन किया, जिसने न केवल बुजुर्गों के तन को राहत दी, बल्कि मन को भी भावनात्मक संबल प्रदान किया।
वृद्धाश्रम में निवासरत 42 वरिष्ठ नागरिकों के लिए यह दिन विशेष स्नेह और सम्मान से परिपूर्ण रहा। पीतल की थालियों से दी गई हर्बल मसाज, जो स्वयंसेवी डॉ. रामेश्वर माहेश्वरी के करकमलों द्वारा संपन्न हुई, ने उम्र के निशानों से थके शरीरों में पुनः स्फूर्ति का संचार किया। सेवा के इस रूप ने बुजुर्गों के मन को भी गहराई से छुआ, और उन्होंने क्लब के प्रति कृतज्ञता प्रकट करते हुए आशीर्वादों की वर्षा कर दी। सेवा सत्कार की इस श्रृंखला में स्वादिष्ट, रसीले आमों का वितरण किया गया, जिनकी मिठास ने न केवल स्वाद को तृप्त किया बल्कि जीवन की मधुर स्मृतियों को भी पुनर्जीवित कर दिया। समोसे और ठंडे जूस की सुगंधित प्रस्तुति ने कार्यक्रम को और अधिक सजीव बना दिया, हर चेहरे पर मुस्कान और संतोष की झलक साफ दिख रही थी। धार्मिक आस्था को सहेजते हुए क्लब द्वारा 'राम नाम' लेखन हेतु विशेष कॉपियाँ और पेन वितरित किए गए, जिससे आत्मिक शांति और साधना का वातावरण निर्मित हुआ। कार्यक्रम के अंत में श्रद्धा और भक्ति से ओतप्रोत सामूहिक हनुमान चालीसा पाठ ने संपूर्ण वृद्धाश्रम परिसर को आध्यात्मिक ऊर्जा से सराबोर कर दिया। सबसे भावनात्मक क्षण तब आया जब सभी वृद्धजनों के पावन हाथों से गौ सेवा हेतु ₹2100 की राशि अर्पित की गई। यह क्षण पुण्य, करुणा और श्रद्धा का जीवंत साक्ष्य बन गया। यह सेवा प्रकल्प केवल एक आयोजन नहीं, अपितु संवेदना, सेवा और संस्कार का प्रेरणादायक संगम बनकर उभरा, जिसे उपस्थित सभी जनों ने हृदय से सराहा और इसकी स्मृति को आत्मा में संजो लिया। Inner Wheel Club Navdisha की इस अलौकिक पहल ने यह सिद्ध कर दिया कि जब सेवा भाव नारीशक्ति के हाथों में होता है, तो समाज में करुणा और करिश्मा दोनों ही जन्म लेते हैं।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
Post Comments