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शुक्रवार, 13 जून 2025

Lmp. नेपाल बॉर्डर पर बसा चौगुर्जी गांव बदलेगा अपनी पहचान, सोलर लाइट से जगमगाया

*नेपाल बॉर्डर पर बसा चौगुर्जी गांव बदलेगा अपनी पहचान: सोलर लाइट से जगमगाया, अब हर घर तक पहुंचेगा पेयजल*

*डीएम दुर्गा शक्ति नागपाल की पहल, विधायक शशांक वर्मा की निधि से बदली तस्वीर, 20 सोलर लाइटें लगीं, बोरिंग शुरू, जल्द ही मिलेगा नल से जल*

लखीमपुर खीरी 13 जून। नेपाल सीमा से सटे निघासन तहसील के सुदूरवर्ती गांव चौगुर्जी, जिसे अब तक 'कटे हुए' गांव के रूप में जाना जाता था, अब विकास की नई कहानी लिख रहा है। मोहाना नदी की वजह से अलग-थलग पड़ा यह गांव अब ना तो अंधेरे में रहेगा और ना ही प्यासा।

बीते दिनों डीएम दुर्गा शक्ति नागपाल और विधायक शशांक वर्मा मोटरबोट से गांव में पहुंचे। उन्होंने केवल समस्याएं नहीं सुनीं, बल्कि उनके समाधान की शुरुआत भी की। उसी का नतीजा है कि गांव की गलियों में अब 20 सोलर स्ट्रीट लाइट्स की रौशनी अंधेरे को चीरती दिख रही है। पेयजल संकट को भी गंभीरता से लेते हुए प्रशासन ने गांव में बोरिंग कार्य शुरू करा दिया है। जल्द ही हर घर में नल के माध्यम से शुद्ध पेयजल पहुंचाया जाएगा।

बीते दिनों मोटर वोट पर सवार होकर ग्राम चौपाल में पहुंची डीएम दुर्गा शक्ति नागपाल और विधायक शशांक वर्मा ने ग्रामीणों की बातों को सिर्फ सुना नहीं, बल्कि उन्हें योजनाओं में बदलकर धरातल पर उतारने की ठान ली। इस प्रतिबद्धता का पहला असर गांव की गलियों में दिखा, जहां अब 20 सोलर स्ट्रीट लाइट्स की रौशनी अंधेरे को पराजित कर रही है।

*विधायक शशांक वर्मा ने निभाई विकास में भागीदारी*
डीएम दुर्गा शक्ति नागपाल की पहल पर विधायक शशांक वर्मा ने व्यक्तिगत रुचि लेकर अपनी विधायक निधि से इन लाइटों की स्थापना सुनिश्चित कराई। उन्होंने कहा कि सरकारी योजनाओं का असली असर तब दिखता है जब अफसर और जनप्रतिनिधि एकजुट होकर जमीन पर उतरें। चौगुर्जी इसका उदाहरण है।

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