कॉन्फ़िगरेशन एरर' ने ली 241 लोगों की जान? अहमदाबाद विमान हादसे के पीछे यह हो सकता है मुख्य कारण
अहमदाबाद में कल हुए विमान हादसे ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया. इस हादसे में 241 लोगों की जान चली गई. हादसे की सही वजह अभी पता नहीं चल पाई है. पहले तो विमान के इंजन में खराबी को इसका मुख्य कारण माना जा रहा था. हालांकि, अब कयास लगाए जा रहे हैं कि कॉन्फ़िगरेशन एरर की वजह से यह दुखद हादसा हुआ है।एयर इंडिया का विमान AI171 (बोइंग 787, VT-ANB) 12 जून को दोपहर करीब 1:38 बजे अहमदाबाद एयरपोर्ट से उड़ान भरने के 5-9 मिनट बाद ही दुर्घटनाग्रस्त हो गया. इस हादसे के बाद कॉन्फ़िगरेशन एरर पर भी सवाल उठ रहे हैं।टेकऑफ सबसे जोखिम भरा हिस्सा होता है दरअसल, विमान उड़ाते समय किसी भी पायलट के लिए टेकऑफ सबसे मुश्किल काम होता है. टेकऑफ के दौरान कोई भी छोटी तकनीकी या ऑपरेशनल गलती कॉन्फिगरेशन एरर कहलाती है। अहमदाबाद विमान हादसे के पीछे कॉन्फिगरेशन एरर को बड़ी वजह माना जा रहा है। कॉन्फिगरेशन एरर क्या है? टेकऑफ के दौरान प्लेन के फ्लैप्स, थ्रस्ट, रोटेशन (समय पर टेकऑफ) और लैंडिंग गियर को ऊपर उठाने जैसी चीजों को मैनेज करना बेहद जरूरी होता है। ऐसे में अगर पायलट फ्लैप्स को गलत सेट कर देता है तो लो थ्रस्ट और समय से पहले टेकऑफ (रोटेशन) या लैंडिंग गियर को न उठाने जैसी गलतियां कॉन्फिगरेशन एरर में गिनी जाती हैं।कॉन्फिगरेशन एरर के नकारात्मक असर कॉन्फिगरेशन एरर प्लेन की उड़ान को प्रभावित करता है। इससे प्लेन को ऊपर उठने और ऊंचाई हासिल करने में दिक्कत होती है। ऐसे में प्लेन नियंत्रण खो सकता है और हादसा होना स्वाभाविक है। अहमदाबाद में कॉन्फिगरेशन एरर किस तरह से हुआ? उस समय विमान की गति 174 नॉट (320 किमी प्रति घंटा) थी। हालांकि, बोइंग 787 को टेकऑफ के लिए 200-250 नॉट की गति की जरूरत होती है। लैंडिंग गियर भी नीचे था दुर्घटनाग्रस्त विमान के वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि विमान का लैंडिंग गियर नीचे है, जो टेकऑफ के समय ऊपर होना चाहिए था। जीई जेनएक्स इंजन को सबसे भरोसेमंद इंजन माना जाता है। वहीं, विमान के दोनों इंजन एक साथ फेल होना बहुत ही दुर्लभ है। इससे यह कयास लगाए जा रहे हैं कि पायलट की लापरवाही (कॉन्फ़िगरेशन एरर) अहमदाबाद विमान हादसे की वजह हो सकती है।
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