गुरुग्राम। विश्व पर्यावरण दिवस के पावन अवसर पर जब संपूर्ण विश्व धरती को बचाने की पुकार कर रहा है, उसी क्रम में पतंजलि योग पीठ के तत्वावधान में आयोजित गुड़गांव की रामसंस क्षितिज सोसायटी के योग शिविर में एक अनुपम दृश्य साकार हुआ। यहाँ योग के तपस्वियों ने न केवल शरीर और मन को साधने का संकल्प लिया, बल्कि धरती माँ को भी हरियाली का उपहार देकर सच्चे अर्थों में ‘इको वारियर्स’ की भूमिका निभाई।
क्षितिज योगा वारियर्स ने योग साधना के पवित्र वातावरण में वृक्षारोपण कर प्रकृति के प्रति अपनी निष्ठा व्यक्त की। उनका यह कार्य केवल एक क्रिया नहीं, बल्कि एक संदेश था कि जहाँ योग, वहाँ जागरूकता; जहाँ वृक्ष, वहाँ भविष्य।
इस अवसर पर उपस्थित साधकों ने पर्यावरण संरक्षण एवं संवर्धन के प्रति कृतसंकल्प होकर यह दिखाया कि योग केवल आत्मिक शांति का माध्यम नहीं, बल्कि सामाजिक और पर्यावरणीय चेतना का सेतु भी है। इस अभिनव प्रयास ने यह सिद्ध किया कि जब साधना और सेवा का संगम होता है, तब धरती को जीवन मिलता है और मानवता को दिशा। क्षितिज से फूटती हरियाली की ये किरणें एक नए युग की शुरुआत हैं, जहां हर योगी एक इको वारियर है।
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