🔘 जनजागृति की हरित पहल पर धरती मां की पीड़ा का मरहम बनेगा हर पौधा
लखीमपुर। धरती कराह रही है। वनों की चुप्पी, हवाओं की बेचैनी और जल की थमती धारा यह सब चीख-चीख कर हमें पुकार रहे हैं संभलो, अब भी समय है, और ऐसे ही एक पुकार को सुनते हुए, जन जागृति सामाजिक संस्था ने पर्यावरण संरक्षण की ओर एक अनुकरणीय कदम बढ़ाया है।
विश्व पर्यावरण दिवस (5 जून) के स्वागत में संस्था ने सैदापुर देवकली के मेडिकल कॉलेज परिसर को हरियाली की चादर से ढकने का संकल्प लिया है और वह भी औषधीय पौधों के माध्यम से, जो न केवल वायु को शुद्ध करेंगे, बल्कि मानवता को आरोग्य का वरदान भी देंगे। आज इसी क्रम में संस्था के प्रतिनिधिमंडल ने कॉलेज की प्राचार्या डॉ. वाणी गुप्ता से सौहार्द्रपूर्ण भेंट की। संस्था के प्रदेश अध्यक्ष विपिन भारद्वाज, महामंत्री सरोज शर्मा, पर्यावरण प्रेमी शेखर म्यूजिकल ग्रुप के श्याम जी शेखर तथा वरिष्ठ उद्यमी सतीश टंडन इस अभियान की भावना लेकर पहुँचे थे। उनके शब्दों में सेवा थी, उनके संकल्पों में धरती माँ के प्रति कर्तव्य झलक रहा था। डॉ. वाणी गुप्ता ने इस पहल की मुक्तकंठ से सराहना की और कॉलेज की ओर से पूर्ण सहयोग का आश्वासन देते हुए कहा पौधों से केवल ऑक्सीजन नहीं मिलती, उनसे जीवन को दिशा मिलती है। हमारी छात्र-छात्राएँ इस अभियान से प्रकृति से जुड़ाव का अमूल्य पाठ सीखेंगी। यह पहल मात्र पौधारोपण नहीं है यह एक आह्वान है हर हृदय से, हर चेतन मन से, कि आइए, हम अपनी धरती के लिए खड़े हों। एक बीज बोइए, वह वृक्ष बनेगा; एक वृक्ष लगाइए, वह भविष्य बनेगा। जन जागृति सामाजिक संस्था का यह अभियान एक प्रेरणा है, उन तमाम युवाओं के लिए, जो बदलाव की चाह रखते हैं, और उन नागरिकों के लिए, जो अपने कर्तव्यों को हरियाली के रूप में निभाना चाहते हैं। यह हरित क्रांति नहीं, यह हरित संस्कृति है जहाँ औषधीय पौधों की जड़ें हमारी आत्मा से जुड़ जाएँ।
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