शुक्रवार, 30 मई 2025

Lmp. हिन्दी पत्रकारिता दिवस पर युवा पत्रकारिता को खीरी की धरती से मिली उड़ान

लखीमपुर खीरी, उत्तर प्रदेश। हिंदी पत्रकारिता दिवस के पावन अवसर पर खीरी मीडिया क्लब द्वारा जिला पंचायत सभागार में एक भव्य व विचारोत्तेजक समारोह का आयोजन किया गया। इस अवसर पर पत्रकारिता के उज्ज्वल भविष्य का साक्षात् दर्शन हुआ, जब मंच से लेकर मन तक विचारों की ज्योति प्रज्ज्वलित हुई।

कार्यक्रम की अध्यक्षता वरिष्ठ पत्रकार वीरेन्द्र सक्सेना ने की, वहीं लखनऊ से पधारे प्रतिष्ठित स्टेट ब्यूरो संकेत मिश्रा मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। अपने वक्तव्य में उन्होंने पत्रकार की गरिमा को सर्वोपरि बताते हुए कहा पत्रकार यदि अपने मूल्यों से विचलित हो जाए, तो समाज की दिशा ही डगमगाने लगती है। उन्होंने जिला स्तर की पत्रकारिता को जड़ों की संज्ञा देते हुए उसे राष्ट्रीय मीडिया का आधार बताया। मुख्य वक्ता के रूप में रिटायर्ड प्रोफेसर डॉ. एस.सी. मिश्रा ने युवाओं को परंपरागत ढर्रे से हटकर नई दिशा में रिपोर्टिंग करने की प्रेरणा दी। उन्होंने कहा कि आज पर्यावरण, कृषि, तकनीक जैसे क्षेत्रों में भी पत्रकारिता की आवश्यकता है, जहाँ से समाज का नया विमर्श जन्म लेता है। अतिथि अजय शुक्ला, बार काउंसिल ऑफ इंडिया के सदस्य, ने पत्रकारों को भाषा और संस्कृति के संवाहक की भूमिका निभाने की प्रेरणा दी। वाईडी कॉलेज के प्राचार्य प्रो. हेमंत पाल, राजनीति विभागाध्यक्ष डॉ. संजय कुमार और अंग्रेजी विभागाध्यक्ष डॉ. जे.एन. सिंह ने भी पत्रकारिता के सामाजिक योगदान पर विचार रखे। इस आयोजन के मध्य ‘5 स्टार यंग जर्नलिस्ट अवार्ड’ से निम्न पाँच युवा पत्रकारों को नवाजा गया, जिसमे शिवम पटेल, आलोक प्रताप सिंह (संपूर्णानगर),  मयंक त्रिवेदी,  सूरज सिंह चौहान (बिजुआ),  धर्मेंद्र वर्मा रहे। वरिष्ठ पत्रकार श्याम जी अग्निहोत्री ने खीरी मीडिया क्लब के इस आयोजन को एक "स्वस्थ पत्रकारिता परंपरा की पुनर्स्थापना का यशस्वी प्रयास" बताया। कार्यक्रम का संचालन मयंक बाजपेयी ने कुशलता से किया।। इस दौरान खीरी मीडिया क्लब के महामंत्री प्रतीक श्रीवास्तव, वरिष्ठ उपाध्यक्ष अशोक शुक्ला, अजय मिश्रा, पवन तिवारी, प्रभाकर शर्मा, धर्मेंद्र राजपूत, शादाब रजा, रीतेश भसीन मन्नी, मो. साजिद, इलियास चिश्ती, शिमव वाजपेयी, देवेश पांडे, विवेक सिंह, राजेश शुक्ला आदि मौजूद रहे। यह आयोजन केवल पुरस्कार वितरण नहीं था, यह था पत्रकारिता की आत्मा को सम्मान देने का महायज्ञ, जिसमें सच्चाई, साहस और शब्द तीनों को समान महत्व मिला।

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