● हिंदू भावनाओं को ठेस पहुँचना संत समाज ने बताया घोर निंदनीय,
● लखीमपुर खीरी में तीन दिन का अल्टीमेटम
लखीमपुर खीरी। पवित्र अवधी भूमि पर संतों की गरिमामयी उपस्थिति में अंतरराष्ट्रीय हिंदू परिषद की जिला बैठक पटेल नगर में आयोजित हुई, जिसमें एक गंभीर घटना को लेकर सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया। थाना हैदराबाद अंतर्गत बेवाखेड़ा गांव में विगत दिनों भगवान हनुमान व माता दुर्गा की मूर्तियों को तोड़ने और अपमानित करने की दुर्भाग्यपूर्ण घटना ने समस्त हिंदू समाज को आहत कर दिया।
बैठक में संत समाज ने तीव्र शब्दों में इस घटना की निंदा की और इसे हिन्दू समाज की चेतना पर सीधा प्रहार बताया। आरोप है कि उक्त मूर्तियाँ, जो धार्मिक आस्था का केंद्र थीं, योजनाबद्ध रूप से अपमानित की गईं। संत समाज व परिषद ने यह भी आरोप लगाया कि थाना प्रभारी की भूमिका संदिग्ध रही और जब उन्हें संत समाज के प्रतिनिधियों द्वारा आशीर्वचन सहित ज्ञापन सौंपा गया, तो अपेक्षित न्याय न मिल सका। संतों का कहना है कि पुलिस उन लोगों को ही प्रताड़ित कर रही है जो दोषियों के विरुद्ध आवाज़ उठा रहे हैं, जबकि अपराधियों को संरक्षण दिया जा रहा है। इस उपेक्षा से संत समाज व हिन्दू जनमानस में रोष व्याप्त है। अंतरराष्ट्रीय हिंदू परिषद के वरिष्ठ पदाधिकारी देव जुनेजा ने स्पष्ट किया कि 13 मई, मंगलवार को संतों व हिंदू समाज के प्रतिनिधियों के साथ थाना प्रभारी से भेंट कर पुलिस प्रशासन की भूमिका पर सवाल उठाए जाएंगे तथा दोषी अधिकारियों व अपराधियों की गिरफ्तारी की मांग की जाएगी। तीन दिन में यदि न्याय नहीं मिला, तो एक विशाल हिंदू सम्मेलन आयोजित किया जाएगा, जिसकी सम्पूर्ण जिम्मेदारी प्रशासन की होगी। बैठक में उपस्थित समस्त सनातन समाज के प्रतिनिधियों ने शांतिपूर्ण किन्तु दृढ़ आंदोलन की चेतावनी दी और प्रशासन से शीघ्र न्याय की अपेक्षा जताई।
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