हर 30 से 40 सेकेंड में रील व शॉर्ट वीडियो से बदलती है मनोदशा, रील के इस दौर को बदलने की है जरूरत - पुलिस अधीक्षक
गाजीपुर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की नगर इकाई के तत्वावधान में नगर के एमएएच इंटर कॉलेज में ‘अ स्ट्रांग इमोशंस’ विषय पर गोष्ठी का आयोजन किया गया। बतौर मुख्य अतिथि पुलिस अधीक्षक डॉ ईरज राजा ने दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। जिला प्रमुख डॉ रवि शेखर सिंह ने बताया कि इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य छात्रों को अपनी भावनाओं को मजबूत बनाने का तौर तरीके सिखाना है। एसपी ने कहा कि आज के समय में छात्र रील और शॉर्ट वीडियो को देखते-देखते अपनी भावनाओं को भी शॉर्ट कर दे रहे हैं। कहा किजब भी हम शॉर्ट वीडियो या रील देखें, उस दौरान हमें अपनी भावनाओं को स्थिर रखने के लिए अभ्यास करने की जरूरत है। कहा कि जब हमारी भावनाएं मजबूत होंगी तभी हम अपने लक्ष्य को प्राप्त कर सकते हैं। कहा कि जब हमारी भावनाएं मजबूत रहेंगी, तभी हम अपने परम्परा से जुड़े रहेंगे। कहा कि हम सभी जानते हैं कि आज के समय में रील व शॉर्ट वीडियो का चलन काफी तेज हो गया है। कहा कि इस फैशन के दौर में छात्रों की भावनाएं कमजोर होती जा रही हैं, क्योंकि ये वीडियो अधिकतम 30 या 40 सेकेंड के होते हैं। ऐसे में जब बच्चे ऐसे रील देखते हैं तो हर 30 से 40 सेकेंड में उसकी मनोदशा उस रील की तर्ज पर तेजी से बदलती रहती है। कहा कि मनोविज्ञान कहता है कि कोई भी कार्य 15 से 20 दिन करने पर वो आदत बन जाती है। ऐसे में इसे हम सभी को रोकने की आवश्यकता है। इस मौके पर प्राचार्य खालिद आमिर, राहुल, ईशान, कुनाल, शिवांशु, विपुल आदि रहे।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
Post Comments