लखीमपुर। "धरा को सजाने, इसे हरा भरा बनाने" की दिशा में "पर्यावरण मित्र समूह" जी-जान से जुटकर लगाए गए पौधों को बचाने, उनकी समुचित देखभाल करने और रख-रखाव के लिए अथक कार्य कर रहा। समूह की कोर कमेटी का प्रत्येक सदस्य इसके लिए पूरी तरह सजग और समर्पित रह कर तन, मन, धन, श्रम और निज कर्म से वृक्षों को पालित पोषित कर रहा है।
पेड़-पौधों एवं उनके ट्री गार्ड्स की सलामती के लिए यूं तो रोज ही पर्यावरण मित्रों के प्रयास दिखते रहते है किंतु आज इसका जीता जागता उदाहरण देखने को मिला कि जब स्थानीय नसीरुद्दीन मौजी स्मारक सभागार (विलोबी हाल) सम्मुख स्थित वाटिका में पूर्व में लगाए गए पौधों के आस-पास की साफ-सफाई, ईंटों के घेरे बना कर उन्हें पुनर्संरक्षित करने तथा नष्ट किए गए पौधों के स्थान को सुधारने का दृश्य दिखा।
पिछले वर्ष पर्यावरण मित्र समूह द्वारा नगर भर में पेड़-पौधें लगाकर एक प्रेरक शुरुआत की गई थी जिसमें सैकड़ों हांथ जुड़े परिणाम स्वरूप विभिन्न मार्गों एवं स्थानों पर ट्री गार्ड्स सहित वृक्ष नज़र आने लगे, पर कहीं कहीं इन पर किसी के नजरें लग गईं और ट्री गार्ड्स, जाली काट ले जाने, लगाए गए पौधों को नष्ट करने तथा स्थान विशेष पर लगे पौधों ट्री गार्ड्स को जलाए जाने की घटनाएं हुई जिनसे पर्यावरण मित्र आहत तो हुए पर उन्होंने हौसला नहीं छोड़ा। निरंतर देखभाल, पानी-खाद देने के बावजूद कई स्थानों पर सूख चले या फिर खराब कर दिए गए पौधों को फिर से लगाने और लखीमपुर की धरा को हरा-भरा बनाने का क्रम फिर चल निकला।
पर्यावरण मित्र समूह कोर कमेटी के सदस्यों के अनुसार यूं तो उन्होंने अपने कार्य अनवरत जारी रखे है किंतु आगामी तीस अप्रैल से फिर से एक बार पर्यावरण संरक्षण मुहिम में तेजी आएगी और सबसे पहले पुराने लगाए गए पेड़ों पर विशेष ध्यान दिया जायेगा साथ ही नए पौधा रोपण का कार्य भी चलता रहेगा, कमजोर पेड़ों को बदला और ट्री गार्ड्स को सुधारा, लगाया भी जाएगा, इस दिशा में सभी का सहयोग अपेक्षित और आवश्यक है।
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