कैंडल मार्च एवं पुतला दहन कार्यक्रम भावपूर्ण एवं आक्रोश के साथ सम्पन्न
लखीमपुर-खीरी, 24 अप्रैल।
श्री चित्रगुप्त कायस्थ सभा, लखीमपुर-खीरी द्वारा पहलगाम (कश्मीर) में धर्म पूछकर निर्दोष हिंदू पर्यटकों की नृशंस हत्या के विरोध में आयोजित कैंडल मार्च एवं पाकिस्तान का पुतला दहन कार्यक्रम कलम-दवात चौराहा, शाहपुरा कोठी गेट पर अत्यंत भावभीने और प्रभावशाली रूप में सम्पन्न हुआ।
कार्यक्रम में उमड़े जनसैलाब ने यह स्पष्ट कर दिया कि जब देश की अस्मिता पर चोट होती है, तब प्रत्येक नागरिक दीपक की तरह जल उठता है — शांति, न्याय और मानवता के पक्ष में। प्रत्येक मोमबत्ती, हर नारा आतंक के विरुद्ध देश की चेतना का उद्घोष बन गया।
सभा के महामंत्री अनूप सिंह की ऊर्जावान उपस्थिति एवं संयोजन में चित्रांश नितिन श्रीवास्तव की सक्रिय भूमिका विशेष उल्लेखनीय रही।
सभा के अध्यक्ष डॉ. ओ. पी. श्रीवास्तव ने कहा —
“यह समय मौन रहने का नहीं, सत्य के पक्ष में खड़े होने का है। पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद अब भारत की सहनशक्ति की सीमा लांघ चुका है।”
अधिवक्ताओं, इंजीनियरों, चिकित्सकों, समाजसेवियों और पत्रकार बंधुओं की गरिमामयी उपस्थिति से कार्यक्रम को प्रभाव और गंभीरता दोनों प्राप्त हुए। कार्यक्रम में विशेष रूप से निम्न गणमान्य चित्रांशगण उपस्थित रहे:
डॉ. ओ. पी. श्रीवास्तव, अनूप सिंह, ई. राजेश श्रीवास्तव, एडवोकेट राजेश श्रीवास्तव, एडवोकेट संदीप श्रीवास्तव, एडवोकेट रवि श्रीवास्तव, कुलदीप श्रीवास्तव, समर, श्री संजय अस्थाना, अंकुर अस्थाना, श्रीमती रीना अस्थाना, श्रीमती शिप्रा श्रीवास्तव, शशिकांत श्रीवास्तव, रविकांत श्रीवास्तव, प्रदीप सक्सेना ‘मुकेश’, डॉ. एस. के. श्रीवास्तव, नीरज श्रीवास्तव, मोनिका श्रीवास्तव, अनिल श्रीवास्तव, नितिन श्रीवास्तव, मनीष श्रीवास्तव,
नगर के प्रमुख पत्रकारों की गरिमामयी उपस्थिति और उनकी यथार्थपूर्ण पत्रकारिता ने इस जनांदोलन को सशक्त स्वर दिया।
कार्यक्रम के अंत में पाकिस्तान का प्रतीकात्मक पुतला दहन कर दीप प्रज्वलित किए गए और मृतकों की आत्मा की शांति हेतु मौन प्रार्थना की गई।
यह आयोजन आतंकवाद के विरुद्ध एकजुटता और राष्ट्रभक्ति की जीवंत प्रतिमूर्ति बन गया।
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