🔘 संवेदनाओं और संकल्पों से सजी श्री चित्रगुप्त सभा की मासिक बैठक
🔘 युवाओं से जुड़ने और समाज को सशक्त करने का लिया गया संकल्प
जनजागरण डेस्क, लखीमपुर खीरी। जहाँ श्रद्धा में संगठन की शक्ति हो, और विचारों में समाज के उत्थान का संकल्प, वहीं जन्म लेती हैं ऐसी बैठकों की पुनीत छवियाँ, जो न केवल दिशा देती हैं, अपितु समाज की आत्मा को भी जाग्रत करती हैं। ऐसी ही एक सौम्य, सजीव और सरस बैठक का साक्षी बना डॉ. ओम प्रकाश श्रीवास्तव का निवास, जहाँ श्री चित्रगुप्त कायस्थ सभा लखीमपुर खीरी की मासिक बैठक पूरी गरिमा और भावप्रवण वातावरण में संपन्न हुई।
बैठक की शुरुआत सर्वज्ञानी लेखाकार भगवान श्री चित्रगुप्त की स्तुति, वंदना और आरती से हुई। जैसे ही जयकारों की गूंज फिज़ाओं में घुली, एक नई ऊर्जा ने समस्त उपस्थितजनों को भावनाओं के उस पुल पर ला खड़ा किया जहाँ धर्म, कर्तव्य और समाजसेवा एकाकार हो उठे। बैठक का कुशल संचालन संस्था के सजग महामंत्री अनूप कुमार सिंह ने किया। उन्होंने युवाओं को संस्था की धड़कन बताते हुए कहा, "यदि समाज को भविष्य देना है, तो आज के युवा को संस्था से जोड़ना ही होगा। उसे उसकी पहचान, उसकी जड़ों से जोड़ना होगा।" संस्था के कोषाध्यक्ष लोकेंद्र श्रीवास्तव द्वारा प्रस्तुत आय-व्यय विवरण के बीच यह संकल्प पनपा कि संस्था को न केवल आर्थिक रूप से सशक्त बनाना है, बल्कि इसे एक ऐसा मंच बनाना है जहाँ हर कायस्थ गौरव से जुड़े।
संस्थाध्यक्ष डॉ. ओम प्रकाश श्रीवास्तव का आत्मीय आह्वान दिल को छू गया, "हमें न केवल श्री दुर्गे चित्रगुप्त मंदिर और श्री चित्रगुप्त कायस्थ धर्मशाला का सौंदर्य बढ़ाना है, बल्कि अपने समाज के भीतर के सौंदर्य, एकता, सहयोग और संस्कृति को भी सहेजना है। हमें हर उस हस्ती को साथ लाना है जो अपने कर्म से समाज को ऊँचाइयों पर ले जा रही है।" इस भावभीनी बैठक में उस क्षण ने विशेष रंग घोल दिए जब युवा कवि कुलदीप श्रीवास्तव 'समर' की काव्य प्रतिभा की मुक्त कंठ से सराहना की गई। यह न केवल एक कवि के सम्मान का क्षण था, बल्कि यह संदेश भी कि संस्था प्रतिभाओं की थाती है, और उसे सँभालना हमारा धर्म है।
बैठक का समापन श्री चित्रगुप्त जयकारों के उद्घोष एवं स्नेहभरे जलपान के साथ हुआ, परंतु यह अंत नहीं था, यह एक नई शुरुआत थी, एक नए संकल्प की, जिसमें समाज, संगठन और संस्कृति के त्रिवेणी संगम में हर सदस्य एक दीप बनकर समाज को आलोकित करने को तत्पर दिखा। उपस्थितजनों में रविकांत श्रीवास्तव, प्रदीप सक्सेना मुकेश, इंजीनियर राजेश श्रीवास्तव, अभिषेक सिन्हा, लक्ष्मी निगम, रीना अस्थाना, नितिन श्रीवास्तव, संजय श्रीवास्तव, मनीष श्रीवास्तव, श्यामलाल श्रीवास्तव, उमेश सक्सेना, अनमोल निगम, अनिल श्रीवास्तव समेत कई समर्पण एवं श्रद्धाभाव से ओतप्रोत चेहरे शामिल रहे।
प्रिय श्री अनिल श्रीवास्तव जी,
जवाब देंहटाएंसादर प्रणाम।
श्री चित्रगुप्त कायस्थ सभा की मासिक बैठक की भावपूर्ण और जीवंत रिपोर्टिंग के लिए हृदय से धन्यवाद। आपके द्वारा चयनित शब्दों, संवेदनशील अभिव्यक्तियों और सारगर्भित प्रस्तुति ने बैठक को केवल एक आयोजन नहीं, बल्कि एक स्मरणीय अध्याय बना दिया।
आपकी लेखनी ने श्रद्धा, संगठन और समाजसेवा—तीनों को एक ही सूत्र में पिरो दिया। संस्था आपकी इस साहित्यिक सेवा की सराहना करती है और आशा करती है कि आपका सहयोग यूँ ही मिलता रहेगा।
सप्रेम,
चित्रांश अनूप सिंह
महामंत्री, श्री चित्रगुप्त कायस्थ सभा
लखीमपुर खीरी
अतिउत्तम
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