🔘 बाढ़ कोई आम चुनौती नहीं, तैयारी ऐसी हो कि जन-जीवन बाधित न हो : डीएम दुर्गा शक्ति नागपाल
लखीमपुर खीरी, 29 अप्रैल। खीरी जिले में संभावित बाढ़ और अन्य प्राकृतिक आपदाओं से निपटने की दिशा में जिला प्रशासन ने कमर कस ली है। मंगलवार को जिलाधिकारी दुर्गा शक्ति नागपाल की अध्यक्षता में जिला पंचायत सभागार में जिला स्तरीय बाढ़ स्टेयरिंग ग्रुप की बैठक सम्पन्न हुई, जिसमें विधायक योगेश वर्मा व विधायक विनोद शंकर अवस्थी समेत तमाम प्रशासनिक अधिकारी उपस्थित रहे।
डीएम ने अफसरों को निर्देश दिए कि संभावित बाढ़ के खतरे को दृष्टिगत रखते हुए एक कारगर, व्यावहारिक और प्रभावी कार्ययोजना तैयार की जाए। उन्होंने स्पष्ट कहा कि आपदा प्रबंधन केवल कागज़ों की बात नहीं, यह ज़मीन से जुड़ी गंभीर जिम्मेदारी है।
बैठक में एसडीएम को अपने-अपने क्षेत्रों में बाढ़ चौकियों, राहत केंद्रों, शरण स्थलों एवं लंगर स्थलों का भौतिक सत्यापन कर तत्काल कार्य योजना बनाने के निर्देश दिए गए। साथ ही नावों, नाविकों और गोताखोरों की उपलब्धता सुनिश्चित करने पर भी ज़ोर दिया गया।
सीएमओ ने आश्वस्त किया कि चिकित्सा शिविरों में ओआरएस, क्लोरीन टैबलेट, सेनेटरी नैपकिन और आवश्यक औषधियाँ पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध कराई जाएंगी।
एसपी संकल्प शर्मा ने ज़मीनी जानकारी के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि बाढ़ संभावित गांवों के प्रधानों के अनुभवों को योजना में सम्मिलित करना आवश्यक है, ताकि रणनीति वास्तविक ज़रूरतों पर आधारित हो।
सीडीओ अभिषेक कुमार ने बीडीओ को निर्देशित किया कि संवेदनशील क्षेत्रों की गौशालाओं को चिन्हित कर गोवंशों की सुरक्षित शिफ्टिंग की कार्ययोजना तैयार की जाए। वहीं एडीएम संजय कुमार सिंह ने प्रभावी कम्युनिकेशन प्लान पर बल देते हुए संबंधित ग्रामों के प्रतिनिधियों को एक व्हाट्सएप ग्रुप के माध्यम से जोड़ने का सुझाव दिया, जिससे आपात स्थिति में सूचनाओं का त्वरित आदान-प्रदान संभव हो सके।
बैठक में सीडीओ अभिषेक कुमार, एडीएम संजय कुमार सिंह, डीसी मनरेगा, जिला अग्निशमन अधिकारी, डीपीआरओ विशाल सिंह, बाढ़ खंड और सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियंता, सभी एसडीएम, बीडीओ, नगर निकायों के अधिशासी अधिकारी समेत अन्य विभागों के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।
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