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शुक्रवार, 7 मार्च 2025

#motivationalmassage : "दिल तो पागल है… लेकिन तुम होश में रहो!"

अगर आपको तला-भुना खाने, कोल्ड ड्रिंक पीने और रात में बिरयानी पर बिरयानी उड़ाने का शौक़ है, तो अपने दिल के लिए भी एक मोटा बैंक बैलेंस बनाकर रखिए। शायद आपके अकाउंट में वो दस-बीस लाख पड़े होंगे, जिनका असली इस्तेमाल अभी तक हुआ नहीं—पर चिंता मत कीजिए, वो दिन जल्दी आ सकता है जब आपको अस्पताल की इमरजेंसी में *"स्प्रिंग लगवाने"* जाना पड़ेगा। क्योंकि डॉक्टर मुस्कुराकर बोलेंगे— *"बधाई हो! आपको एंजियोप्लास्टी करवानी पड़ेगी!"* और फिर एक खूबसूरत बिल आपकी टेबल पर रख देंगे, जिसमें लिखा होगा—₹5,00,000!

हाँ, वही पैसे, जो आपने ज़िंदगी भर जोड़े थे… अब वो एक स्टेंट के लिए जा रहे हैं। क्योंकि दिल चाहता है कि जिंदगी मस्त रहे, पर मोटापा और खराब लाइफस्टाइल उसे कब्र तक पहुंचाने के लिए काफी हैं। अगर आप अभी भी खाने-पीने की फुल छूट लिए बैठे हैं, तो यही सोचिए *—"तू प्यार है किसी और का, तुझे चाहता कोई और है!"* मतलब, आपका दिल तो आपके लिए धड़कता है, मगर आप उसे कबाड़ा करने में लगे हैं!

*"धक-धक" बोले दिल, मगर तुम तो बस कोल्ड ड्रिंक खोलो!*

*दिल बेचारा है…* बोल नहीं सकता। लेकिन जब इसे तकलीफ़ होती है, तो यह अपनी धड़कन और आपकी सांसों से इशारा जरूर करता है— *"भाई, अब तो संभल जा!"* लेकिन नहीं, आप तो *"खाओ पियो ऐश करो"* मिशन में जुटे हैं।

*रात के खाने में पनीर बटर मसाला, ऊपर से दो नान एक्स्ट्रा, फिर सोने से पहले मिठाई, और बीच-बीच में आलू के चिप्स का प्यार! वाह! मतलब आपका दिल हीरो है और आप विलेन! अब यह मत कहना कि *"दिल तो बच्चा है जी", क्योंकि अगर ऐसा होता, तो अब तक यह मासूमियत से रोते-रोते बेहोश हो गया होता।*

*"बेटा, ये सब बच्चों के लिए छोड़ दे!" – खुद क्यों नहीं छोड़ते?*

घर में बच्चों को कहेंगे— *"बेटा, तला-भुना मत खाओ, कोल्ड ड्रिंक मत पियो!"* और खुद सोफे पर बैठकर समोसे के साथ चाय की चुस्कियां लेंगे।
बच्चों को जबरदस्ती पार्क में खेलने भेजेंगे और खुद मोबाइल में रील्स देखते हुए कहेंगे— *"अरे, सेहत का ध्यान रखना बहुत जरूरी है!"*

*कभी सोचा है, जब आपका दिल हड़ताल पर जाएगा, तब बच्चों का क्या होगा?*

बच्चे कहेंगे— *"पापा, हमें आपके साथ क्रिकेट खेलना था!"*
पत्नी बोलेगी— *"अभी तो साथ में घूमने का प्लान था!"*
पर डॉक्टर बोलेगा— *"सॉरी, अब या तो एंजियोप्लास्टी कराइए, या बैंक बैलेंस खत्म करिए!"*

*"दिल को प्यार दीजिए, अस्पताल को पैसा नहीं!"*

अगर आप सोच रहे हैं कि दिल तो अपने आप ठीक रहेगा, तो भाई *"हिरोइन ब्यूटी पार्लर जाती है, हीरो जिम जाता है, और दिल अस्पताल जाता है!"*
क्या वाकई यही प्लान है?

*"नसीहत नहीं, चेतावनी समझो!"*

अगर आपकी पसंद की हर चीज़ का नाम *"चीज़ बर्स्ट पिज़्ज़ा"* है, तो फिर अस्पताल भी आपकी फेवरेट जगह बनने वाला है।
अगर हर खुशी *"केक कटिंग"* के बिना अधूरी है, तो फिर जिंदगी भी दिल की बीमारी के बिना अधूरी हो सकती है!
अगर *"एक दिन एक्सरसाइज़ शुरू करूंगा"* बोलते-बोलते पांच साल बीत गए हैं, तो दिल भी सोच रहा है— *"अब मैं ही रिटायरमेंट ले लूं!"*

*"फिल्मी दिल, रियल लाइफ का खेल"*

बॉलीवुड ने हमें सिखाया है कि दिल बहुत इमोशनल होता है।
• कभी *"दिल धड़कने दो"* की तरह खुलकर जीने की सीख देता है,
• कभी *"दिल चाहता है"* कि दोस्तों के साथ एन्जॉय करो,
• और कभी *"दिल से"* बोलता है कि अपने दिल की सुनो।

पर रुकिए जनाब! अगर आप *"दिल विल प्यार व्यार मैं क्या जानूं रे"* में इतने ही बिजी हैं कि अपने दिल की केयर नहीं कर रहे, तो फिर *"दिल तो पागल है"*—लेकिन अस्पताल के डॉक्टर नहीं!

*"अब या कभी नहीं!"*

अब आप दो में से एक रास्ता चुन सकते हैं:
*1. पहला रास्ता* – अभी से थोड़ा पैसा हेल्दी लाइफस्टाइल पर लगाइए। सुबह टहलना शुरू कीजिए, तली-भुनी चीज़ें कम कीजिए, मीठा कंट्रोल कीजिए और फिट रहिए।
*2. दूसरा रास्ता* – कोई बदलाव मत कीजिए! मजे से खाइए, सोफे पर पड़े रहिए, और फिर हॉस्पिटल के बिल भरने के लिए लोन लेने की तैयारी कीजिए।

*"दिल के अरमान अब खुशी में बह रहे हैं!"*

*"दिल की धड़कन रुके नहीं, दिल बेचारा बने नहीं, और परिवार के चेहरे पर मुस्कान बनी रहे!"*

आपके स्वास्थ्य की अनदेखी की कीमत एक दिन बहुत भारी पड़ सकती है। यह आपको भारी मुसीबत में डाल सकती है और बस यह सोचकर पछतावा होगा—
*"दिल के अरमान आंसुओं में बह गए..."*
*"स्वास्थ्य को नजरअंदाज कर हम दुख के साए में रह गए।"*
*"अपने स्वास्थ्य को प्राथमिकता ना देते हुए किसी और के लिए हम जीते रहे...!"*

जब आप अपने परिवार के साथ हंसते-खेलते, खुशी के पल बिताते थे, न जाने कितनी बार आपने अपने स्वास्थ्य की अनदेखी की। हर बार खाने की मेज पर बैठकर पनीर बटर मसाला, नान, और मिठाई का आनंद लेते हुए उन पलो की कीमत को समझने की कोशिश की, लेकिन कभी भी सच में बेहतर भोजन विकल्पों की ओर ध्यान नहीं दिया। आपने कभी नहीं सोचा था कि स्वस्थ पसंद का मतलब स्वयं का त्याग है, जबकि असलियत में यह तो आपके परिवार के प्रति आपके प्रेम का एक साधन होना चाहिए था।

आज,
*• खुद से वादा करें कि आप अपने स्वास्थ्य को प्राथमिकता देंगे,*
*• स्वस्थ आहार लेंगे, नियमित व्यायाम करेंगे और अपने परिवार को स्वस्थ जीवनशैली के प्रति प्रेरित करेंगे।*

क्योंकि *जब आप स्वस्थ रहेंगे, तब ही आपके परिवार की खुशियाँ और आपके सपने फलीभूत हो पाएंगे।*
इसलिए, *आज से ही यह सोचें कि एक स्वस्थ शरीर में ही एक खुशहाल जीवन बसता है।*
*आने वाले दिनों में, अपने वजन को नियंत्रित करते हुए, अपने सपनों को साकार करें—ताकि एक दिन वो मुस्कुराते हुए कह सकें,*

*"दिल के अरमान अब खुशी में बह रहे हैं!"*

*"अनूप सिंह, जीवनशैली सलाहकार"*

(*लेखक का परिचय* 
*65वर्षीय "इंसपायरिंग लाइफस्टाइल कोच अनूप सिंह" अपने दृढ़ संकल्प से 49 किलो वजन कम कर अपने "हरपल लाइफ का" मेडिसिन-फ्री आनंद ले रहे हैं। उनका मंत्र "I am retired but not tired" यह साबित करता है कि सही लाइफस्टाइल से किसी भी उम्र में स्वास्थ्य को पाया जा सकता है।*)

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