प्रयागराज अधिवक्ता होली मिलन एवं हास्य व्यंग कवि सम्मेलन लेज़र ग्रीन हाउस सभागार में आयोजित हुआ
इस अवसर पर होली मिलन के साथ-साथ हास्य व्यंग कवि सम्मेलन का भी आयोजन हुआ। जिसमें कई नामचीन कवि विभिन्न जनपदों से आकर अपनी रचनाओं से लोगों का भरपूर मनोरंजन किया तथा लोग तालियां बजाकर आनंदित हुए।
अशोक सिंह ने सभी उपस्थित लोगों को होली की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि यह मेरा सौभाग्य है की अधिवताओ का नाम पर चल रहा यह सभी के कल्याण के लिए कार्य कर रहा है इसी परिपेक्ष में भारी संख्या में उपस्थित अधिवताओ और आम जनमानस के कल्याण के लिए होली मिलन का यह आयोजन रखा होली मिलन आपसी भाईचारा और एकता का संदेश देता है तथा कवियों की रचनाओं या गीत संगीत से आनंदित होकर लोग अपने सुखद जीवन को आगे बढ़ाते हैं संस्थान की वा आयोजकों की प्रशंसा करता हूं कि ये लोगों के कल्याण के लिए ऐसे कार्यक्रम आयोजित करते हैं और अधिवताओ के सपनों का भारत बनाने के लिए तमाम आयोजनों को अंजाम देते हैं जो बहुत ही सामाजिक व राष्ट्रीय कार्य है आप सभी बधाई के पात्र है मैं सभी के सुखद जीवन की मंगल कामना करता हूं अशोक कुमार सिंह ने सभी को होली की शुभकामनाएं दिया। सभी को होली की शुभकामनाएं दिया तथा आयोजन की प्रशंसा किया तत्पश्चात हास्य कवि सम्मेलन का आयोजन हुआ जीतेन्द्र ने अपनी रचना पढ़ते हुए कहा होली के दिन कमाल ही कमाल होते हैं, मुर्दे भी जिंदा हो जाते हैं लड़कियां पादुकोण तो लड़के गोविंदा हो जाते हैं पर खूब तालियां बटोरी, माधवी राय ने कोई पहचान ना होती कोई सम्मान न होता कसम से आज हिंदुस्तान हिंदुस्तान ना होता, अशोक बागी ने अपनी रचना पढ़ी ,नहीं जरूर शांत तीर्थ की गांधी जी के खेलों की नहीं जरूर लुका छुपी की आंख मिचौली खेलों की हर ईंटों का उत्तर फौलादों से देने की खातिर देश आज फिर राह देखता है अधिवक्ता रज़िया सुल्तान ने रचना पढ़ी कल्पनाओं में तुम कल्पनाओं में हम भावनाओं में तुम भावनाओं में हम कुछ हकीकत में आओ तो जान सके तुम ना रह जाओ तुम हम ना रह जाए हम, मखदूम फूलपुरी ने रचना पढ़ी नीला ,हरा न लाल ना पीला दिखाई दे ,हर घर की छत पर सिर्फ तिरंगा दिखाई दे, कृष्णकांत कामिल अक्सर हल्के होते हैं बेटे उनके, जो बेटी पर मन को भारी करते हैं, सरिता सिंह राज ने वाणी वंदना के साथ सम्मेलन की शुरूआत किया तथा का सभी का स्वागत करते हुए रचना पढ़ी स्वागतम ,स्वागतम, स्वागतम आपका आप आए बड़ी उम्र है आपकी, इस प्रकार सभी कवियों ने तरह-तरह की अपनी रचनाएं हास्य व्यंग के माध्यम से लोगों को उत्साहित किया तालियां बटोरी और उनका मनोबल बढ़ाया जो काबिले तारीफ रहा अंत में सभी का धन्यवाद ज्ञापन अशोक कुमार सिंह ने किया तथा जलपान और रात्रि भोज वितरण के साथ कार्यक्रम धूमधाम से संपन्न हुआ।
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