उत्तरप्रदेश के सबसे बड़े जनपद लखीमपुर खीरी जिसमे ऐतिहासिक विरासतों की एक लंबी श्रंखला है,मेढ़क मन्दिर, दुधवा नेशनल पार्क,महाभारत कालीन इतिहास,
संकटा माता शक्तिपीठ, जैसे ऐतिहासिक स्थलों के साथ ही छोटी काशी के नाम से विख्यात नगर गोला गोकर्णनाथ है,
जिसमे भगवान शिव की गढ्ढे के अंदर स्थित शिवलिंग है,
किदवंती है रावण ने लंका ले जाते समय जंगल में शिवलिंग को रख दिया जिससे वह लघुशंका कर सके पर शिव जी बाद में यहां से उठे ही नहीं जिससे रावण में सर पर अंगूठे से दबा दिया जिससे गढ्ढा हो गया जो शिवलिंग पर आज भी विद्दमान है,
इस नगर में सावन व चैत्र माह में लाखों श्रद्धालु दूर दूर से आते हैं,
मन्दिर संकरी गलियों में था जिसे तत्कालीन विधायक बड़े भाई अरविंद गिरी जी ने मुख्यमंत्री से कॉरिडोर बनाने का निवेदन किया परन्तु स्वीकृति होते ही उनका देहांत हो गया और उनके बेटे अमन गिरी ने प्रयास जारी रख्खा ,
मुख्यमंत्री योगी जी ने अपने वचन को निभाते हुये लगभग 70 करोड़ की लागत से छोटी काशी कॉरिडोर का आज भूमिपूजन किया और शिव मंदिर में अनुष्ठान में भाग लिया,
यह स्थान,
दिल्ली लखनऊ रूट पर spn रेलवे व बस स्टेशन से हमारे नगर मोहम्मदी होकर गोला पहुंचा जाता है,
व लखनऊ ,से लखीमपुरखीरी मुख्यालय होकर ,व पीलीभीत से सीधे बस व ट्रेन द्वारा पहुंचा जा सकता है,
जनपद में नेपाल की सीमाएं भी कई जगह मिलती है,
शीघ्र ही भव्य कॉरिडोर बनने से विकास को नई रफ्तार मिलेगी,
गोविन्द गुप्ता
संस्थापक
कथाकुंज
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