महाकुम्भ नगर एक्युप्रेशर संस्थान द्वारा महाकुंभ में चलाया जा रहा उपचार अभी एक सप्ताह और चलेगा। समस्त उपचारक अगले स्नान पर्व माघी पूर्णिमा एवं सप्ताह पर्यन्त नियमित रूप से सेवा कार्य में लगे रहेंगे। रंग एवं बीजों से चमत्कारिक परिणाम से उत्साहित संस्थान के अध्यक्ष जेपी अग्रवाल ने इस आशय की जानकारी दी है।भारतीय संस्कृति में मर्मदाब एवं रंगो का विशेष स्थान है। इस आधार पर एक्युप्रेशर संस्थान ने 'रंग चिकित्सा' का पर्याप्त प्रयोग महाकुंभ के दौरान उपचार के लिए किया, इससे श्रद्धालुओं को लाभ प्राप्त होता है और वो इस प्राकृतिक विधा को सीखने का प्रयास करते हैं।अनेक प्रकार के दर्द, मौसम और स्थान परिवर्तन से होने वाली समस्याओं का समाधान एक्युप्रेशर की रंग चिकित्सा पद्धति से पाकर वो अभिभूत हो रहे हैं। महाकुंभ में आवागमन एवं अन्य व्यवस्था का दायित्व निर्वहन कर रहे अनिल शुक्ला एवं अभय त्रिपाठी ने बताया कि तमाम समस्याओं के बावजूद एक्युप्रेशर सेवाधारियों को मेला क्षेत्र में प्रशासन का सहयोग मिला जिससे अधिक दिक्कत नहीं आई और वो पूरे मनोयोग से उपचार कर पा रहे हैं ।
उपचार कार्य के प्रभारी आलोक कमलिया ने बताया कि कई वर्षों से रोगग्रस्त लोग कुछ ही समय में लाभ पाते हैं तो वो इस विधा से जुड़ना चाहते हैं। दवाइयों से बचने के लिए हर संभव प्रयास करने के लिए किसी से जानकारी मिलने पर वो शिविर में आते हैं और मात्र मेथी के दाने और स्केच पेन द्वारा रंग लगा कर किया गया उपचार उन्हें बहुत प्रभावित करता है महाकुंभ क्षेत्र में एक्युप्रेशर संस्थान द्वारा चलाए जा रहे उपचार एवं जागरूकता अभियान का असर हर ओर दिखाई दे रहा है।कुछ शिविरों में लगातार उपचार प्राप्त करने वालों की संख्या बढ़ रही है तो वहीं दूसरी ओर कुछ में कल्पवास पूर्ण होने और अखाड़े चले जाने के बाद संख्या कम भी हुई है। सांयकाल में होने वाले सामान्य प्रशिक्षण /एक्युप्रेशर स्वास्थ्य जनजागरूकता कार्यक्रम में भी लोगों की रूचि अत्यधिक दिखाई दे रही है। लोगों को लाभ प्राप्त हो रहा है। वो ऐसे मे अपने अनुभवों को साझा कर रहे हैं और लोगों को भी बता रहे हैं। आज सभी 28 शिविरों में 1759 लोगों ने उपचार प्राप्त किया।उपचारकों में एक्युप्रेशर महाविद्यालय के द्वितीय सत्र के विद्यार्थी पूजा, कृतिका, विदुषी, प्रीति, विकास, निलेश, शोभित, चिराग, अन्नू कुमारी, पी के मिश्रा, एम के अस्थाना, देवेश ईशा, शिवानी के अतिरिक्त की महिला उपचारक भी उपचार दे रही है जिनमे गीता गर्ग, ममता विश्वकर्मा, दीपा मिश्रा, बीना, रोली, जया, रश्मि अग्रवाल, विनीता जायसवाल शामिल हैं।
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