रविवार, 9 फ़रवरी, कोलकाता महानगर की साहित्यिक एवं सामाजिक संस्था ‘वाराही’ द्वारा युवाओं के मध्य काव्य आवृत्ति व आशु वक्तव्य की प्रतिस्पर्धा तथा वरिष्ठ कलमकारों के मध्य विराट कवि सम्मेलन का आयोजन बड़ा बाज़ार लाइब्रेरी के विष्णुकांत शास्त्री सभागार में किया गया | कार्यक्रम का शुभारम्भ – आलोक चौधरी द्वारा गणेश वन्दना व स्वागता बसु द्वारा सरस्वती वन्दना की प्रस्तुति एवं रामाकांत सिन्हा के स्वागत भाषण के साथ हुआ |
उसके बाद वाराही संस्था की ओर से वाराही की संस्थापक एवं अध्यक्ष नीता अनामिका द्वारा डॉ० गिरिधर राय, नंदलाल रौशन, रणजीत भारती, प्रताप जायसवाल, खुर्शीद इकराम मन्ना, रामनाथ यादव बेखबर, रणविजय श्रीवास्तव को विशेष रूप से सम्मानित किया गया| फिर आगाज़ हुआ नीता अनामिका के संचालन में युवाओं की प्रतिस्पर्धाओं का| काव्य आवृत्ति प्रतियोगिता में जिन बच्चों ने प्रतिभागिता की उनके नाम हैं – देवांशी तिवारी, अनुष्का सिंह, साँची मिश्रा, बैभव कुमार चौधरी, कृतिका सिंह, प्रिंस तिवारी, ऋद्धिमान तिवारी, विद्या झा, फ़रहान अज़ीज़, रंजना शाव, करुणा प्रसाद एवं राज घोष| आशु वक्तव्य प्रतियोगिता में जिन युवाओं ने प्रतिभागिता की उनके नाम हैं – चिराग कामती, चांदनी झा, चिंतामणि सिंह, प्रज्ञा श्रीवास्तव, अर्नब नाइया, अतिश कुमार राय, अंकित कुमार, बिकास कुमार ठाकुर एवं राहुल पांडे| इन प्रतिस्पर्धाओं में युवाओं की प्रतिभा का आंकलन करते हुए निर्णायकों का दायित्व प्रताप जायसवाल एवं खुर्शीद इकराम मन्ना ने बखूबी निभाया| इन प्रतिस्पर्धाओं का परिणाम 22 फ़रवरी को भारतीय भाषा परिषद् में होने वाले वाराही के वार्षिक अधिवेशन में घोषित होगा, जहां बच्चों को देशभर से एकत्र होने वाले वरिष्ठ कलमकारों के हाथों पुरस्कृत किया जाएगा| इन स्पर्धाओं के पश्चात, दूसरे सत्र में डॉ० गिरिधर राय की अध्यक्षता एवं स्वागता बसु के संचालन में कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया| इस आयोजन के मुख्य अतिथि के रूप में कोलकाता के नाट्य जगत के सुप्रसिद्ध निर्देशक और अभिनेता प्रताप जायसवाल तथा विशिष्ट अतिथियों के रूप में खुर्शीद एकराम मन्ना, नंदलाल रौशन तथा रणजीत भारती ने उपस्थित होकर कार्यक्रम की शोभा और भी बढ़ा दी| इस काव्योत्सव में जिन कलमकारों ने अपना जलवा बिखेरा उनके नाम हैं – डॉ० गिरिधर राय, नंदलाल रौशन, रणजीत भारती, रामनाथ यादव बेखबर, डॉ० मनोज मिश्र, नीता अनामिका, रामाकांत सिन्हा, स्वागता बसु, आलोक चौधरी, ऊषा जैन, वन्दना पाठक, नंदू बिहारी, नीलम झा, भारती मिश्रा, रंजना झा, सूर्य बसु, डॉ० राजन शर्मा, अमित कुमार अम्बस्ट, प्रदीप धानुक, रीता चंद्रा पात्रा एवं दिलीप कुमार| श्रोताओं के रूप में रणविजय श्रीवास्तव, मुन्ना झा, पंकज शर्मा, अनुराधा झा एवं सुगम मिश्र भी उपस्थित रहे| अंत में, संस्था की अध्यक्ष नीता अनामिका के धन्यवाद ज्ञापन के साथ ही यह अभूतपूर्व कार्यक्रम सुसंपन्न हुआ|
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