महाकुम्भ नगर महाकुंभ में मौनी अमवास्या के दिन भगदड़ मची थी. भगदड़ में 30 लोगों की मौत और 60 लोग घायल हुए थे. ये आंकड़ा सिस्टम ने दिया है. लेकिन उस दिन 1, 2 नहीं बल्कि 3 भगदड़ मची थी. ये दावा लोगों ने किया और घटना के कई वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहे हैं.उसके बाद भी प्रशासन का केवल एक ही भगदड़ होने की बात कह रहा है. ऐसे में कई सवाल खड़े हो रहे हैं. लोगों का कहना है कि सरकारी सिस्टम घटनाओं की छिपा रहा है. साथ ही यह भी कह रहे हैं कि तीनों घटनाओं में कई लोगों ने अपनी जान गंवाई है.पहली भगदड़ महाकुंभ में मौनी अमवास्या पर रात एक से डेढ़ बजे के बीच संगम नोज के पास मची थी. संगम नोज पर बैरियर टूटने के बाद भगदड़ जैसी स्थिति पैदा हुई थी. इस घटना में 30 लोगों की मौत हुई और 60 लोग घायल हुए थे.आंकड़ों की जानकारी प्रशासन ने घटना के 17 घंटे बाद दी थी. लेकिन उस दिन 2 और घटना घटी, जिसकी जानकारी प्रशासन ने किसी को नहीं दी. बाकी 2 भगदड़ की जानकारी श्रद्धालुओं के जरिए से मिली. जिसे प्रशासन नकार रहा है. महाकुंभ में दूसरी भगदड़ मौनी अमावस्या पर रात के 2-3 बजे के आसपास झूंसी के सेक्टर-21 में मची थी. जहां लाखों की संख्या में लोग मौजूद थे. भीड़ जान बचाने के लिए इधर-उधर भागी. इस दौरान कई लोग घायल हुए. श्रद्धालुओं का दावा है कि भगदड़ में कई लोग मरे हैं. जिस वक्त भगदड़ मची वहां कोई पुलिस कर्मी भी मौजूद नहीं था.आलम ये था कि लोग अपनी जान बचाने के लिए एक दुकान में घुस गए. दुकान चलाने वाली युवती का कहना है कि कई लोगों की जान गई है औऱ कई घायल भी हुए हैं. इस बात का सबूत वहां पड़े कपड़े, जूते-चप्पल हैं, जिसे छोड़कर लोग भागे. जिसके बाद जेसीबी के जरिए ट्रेक्टर-ट्रॉली में भरकर ले जाया गया. वहीं जब भगदड़ को लेकर DIG वैभव कृष्ण से मीडिया ने जानकारी ली तो उन्होंने जानकारी न होने की बात कही.
महाकुंभ में भगदड़ की तीसरी घटना मौनी अमावस्या के दिन दोपहर में फाफामऊ इलाके में बनाए गए प्लाटून ब्रिज में घटी. जहां अधिक संख्या में भीड़ पहुंचने की वजह से पुल टूट गया. जिसके बाद भगदड़ मची और लोग एक-दूसरे के ऊपर गिरते नजर आए.श्रद्धालुओं ने घटना में कई लोगों के घायल होने का दावा किया है. भगदड़ का वीडियो भी सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है. जिसके बारे में प्रशासन ने कोई जानकारी नहीं दी है.
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