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बुधवार, 15 जनवरी 2025

साधु -संतो का अनादर बर्दाश्त नहीं, शांभवी पीठाधीश्वरमहाकुंभ मेला प्रशासन को दी चेतावनी


प्रयागराज शांभवी पीठाधीश्वर  स्वामी आनंद स्वरूप महाराज ने महाकुंभ प्रशासन पर आरोप लगाया कि वह साधु-संतों की भावनाओं का अनादर कर रहा है। कुंभ मेला प्रशासन के कार्यालय में साधु-संत सुबह से शाम तक बैठे रहते हैं, कोई उनकी सुनने वाला नहीं है। यदि साधु-संतों की उपेक्षा इसी तरह जारी रही तो वे चुप नहीं बैठेंगे। वे इसका प्रबल विरोध करेंगे। स्वामी आनंद स्वरूप महाराज सोमवार को कुंभ नगर के सेक्टर 9 स्थित काली सेना के शिविर में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे।
शांभवी पीठाधीश्वर स्वामी आनंद स्वरूप महाराज ने कहा कि सोमवार को महाकुंभ की शुरूआत हुई है। हर बारह वर्ष पर चार स्थानों प्रयागराज, हरिद्वार, नासिक एवं उज्जैन में महाकुंभ का आयोजन होता है। शुभ मुहूर्त में यहां श्रद्धालु स्नान कर अमृत तत्व प्राप्त करते हैं। महाकुंभ में करोड़ों श्रद्धालु आते हैं। प्रयागराज में इस वर्ष महाकुंभ का आयोजन हो रहा है। यहां सिर्फ प्रशासनिक आंडबर दिखाई पड़ रहा है। चारों तरफ अव्यवस्था फैली है। व्यवस्था वोट बैंक की भेंट चढ़ रही है। प्रशासन के अधिकारी एवं कर्मचारी साधु-संतों से सीधे बात भी नहीं करते हैं। साधु-संत सुविधाओं के लेकर अभी तक परेशान हैं।उन्होंने जोर देकर कहा कि उनके पास प्रशासनिक लापरवाही के सारे रिकार्ड मौेजूद हैं। यदि प्रशासन नहीं चेता तो वे छोड़ेंगे नहीं। वे चुप बैठने वाले नहीं है। उन्होंने जोर देकर कहा कि उन्हें सुविधाएं नहीं चाहिए। वे स्वयं समर्थ हैं, लेकिन आम साधु-संतों को सुविधाएं चाहिए। संतो के नाम पर जो धन आया है, वह संतों की सुविधाओं पर खर्च होना चाहिए। इसके साथ ही शांभवी पीठाधीश्वर ने देशवासियों को पौष पूर्णिमा एवं मकर संक्राति स्नान पर्व की शुभकामनाएं दीं। उन्होंने विश्वास  व्यक्त किया कि महाकुंभ मेला प्रशासन  उनकी बातों को गंभीरता से लेगा। वह हिंदुओं के आघ्यात्मिक समागम को पूरी गरिमा के साथ संपन्न करायेगा।

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