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सोमवार, 6 जनवरी 2025

श्रीराम जन्मभूमि मंदिर विश्व का सबसे बडा आध्यात्मिक स्थल बना-डाक्टर कृष्ण गोपाल नेत्र कुंभ-2025 का उद़घाटन समारोह संपन्न

महाकुम्भ नगर  जूना अखाड़ा के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरि ने जोर देकर कहा कि सनातन संस्कृति का मूल तत्व परमार्थ है। दान हमारी संस्कृति की सुदीर्घ अभिव्यक्ति है। उन्होंने कहा कि नेत्र कुंभ के माध्यम से लाखों लोगों के जीवन में रोशनी आयेगी। वे इंद्रधनुषी दुनिया को देख सकेंगे। नेत्र कुंभ का आयोजन महाकुंभ मेला का सबसे बड़ा पुण्य कार्य है। स्वामी अवधेशानंद गिरि ने  कुंभ नगर के सेक्टर 6 में बजरंग दास स्थित नेत्र कुंभ-2025 के उद़घाटन के बाद आयोजित समारोह में उक्त विचार व्यक्त किये। आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरि ने कहा कि नेत्र मानव का सबसे अधिक संवेदनशील अंग है। इससे हम जगत को देख पाते हैं। यह जीवन की पहली आवश्यकता है। नेत्र नहीं होने से उसके जीवन में अपूर्णता होती है। वे स्वयं नेत्र कुंभ के इस उद़घाटन समारोह के साक्षी बनकर गौरवान्वित हैं। इसके लिये सक्षम जैसी संस्थाओं की सराहना की जानी चाहिए कि वे स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में बेहतर कार्य कर रही हैं। इस अवसर पर इस्कान के अध्यक्ष स्वामी गौरांग दास प्रभु ने कहा कि विभिन्न इंद्रियों के माध्यम से हम विभिन्न वस्तुओं का अनुभव करते हैं। इंद्रियां निरंतर विभिन्न वस्तुओं को ढ़ूंढ़ती है। अपेक्षित वस्तु नहीं मिलती है तो वह निराश हो जाती है। नेत्र नहीं होने से व्यक्ति  प्रकाशवान जगत को नहीं देख पाता है। नेत्र कुंभ का आयोजन सेवा भाव का अप्रतिम उदाहरण है। इस्कान सदा मानव सेवा के क्षेत्र में हाथ में हाथ मिलाकर चलेगा। उद़घाटन समारोह को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह सरकार्यवाह डाक्टर कृष्ण गोपाल ने कहा किअयोध्या स्थित श्रीराम जन्मभूमि मंदिर विश्व का सबसे बडा आध्यात्मिक स्थल बन गया है। जबकि उसके निर्माण के अभी एक वर्ष भी पूरे नहीं हुए हैं। यह श्रीराम की कृपा का देश है। हिन्दू समाज अब जाग रहा है। उन्होंने कहा कि प्रयागराज के संगम तट पर हजारों साल से कुंभ के अवसर पर हिन्दू समाज एकत्र होता आ रहा है। यहां आकर लोग आध्यात्मिक साधना करते हैं। पूरे विश्व में इतनी आस्था किसी नदी में नहीं है जितनी गंगा में है। यह हमें बोध कराती है कि जो कुछ है। वह परमात्मा का है मेरा कुछ भी नहीं है। इसी भावना से सम्राट हर्षवर्धन हर कुंभ के अवसर सब कुछ दान देकर चला जाता था। आज यही भावना हर हिन्दू के ह्दय में होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि नेत्र कुंभ समाज को यह संदेश देगा कि अब कोई नया दृष्टि बाधित नहीं बनेगा। जो पहले से दृष्टि बाधित है, वह भी रोशनी प्राप्त कर सकेगा। इस अवसर पर श्री रणछोड़दास बापूजी ट्रस्ट के मैनेजिंग ट्रस्टी प्रवीन भाई बसानी एवं सक्षम के राष्ट्रीय अध्यक्ष गोविंद राज ने भी विचार व्यक्त किये।इसके पूर्व अतिथियों ने दीप प्रज्ज्वलित कर नेत्र कुंभ का उद़घाटन किया। आयोजन समिति के महाप्रबंधक सत्य विजय सिंह, मीडिया कोआर्डिनेटर डाक्टर कीर्तिका अग्रवाल, डाक्टर कमलाकर सिंह, सतपाल गुलाटी, सत्यवीर सिंह आदि ने माल्यार्पण कर अतिथियों का स्वागत किया। सक्षम के राष्ट्रीय संगठन मंत्री चंद्रशेखर ने नेत्र कुंभ के आयोजन की विस्तृत रूपरेखा प्रस्तुत की। आयोजन समिति के महासचिव सर्वज्ञ राम मिश्र ने अतिथियों का स्वागत किया। धन्यवाद ज्ञापन अध्यक्ष कविन्द्र प्रताप सिंह ने किया। कार्यक्रम में समिति के कोषाध्यक्ष सतीष अग्रवाल आदि भी उपस्थित थे।

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