अहमदाबाद. चीन में कहर बरपा रहे ह्यूमन मेटान्यूमो वायरस (hMPV) से भारत सहित दुनिया भर के देश सतर्क हो गए हैं. इस बीच, चर्चा शुरू हो गई कि गुजरात के अहमदाबाद में चांदखेड़ा के एक निजी अस्पताल में दो महीने के बच्चे में एचएमपीवी पाया गया. हालांकि, इस स्टेज पर अस्पताल के डॉक्टर ने कहा कि यह मेटान्यूमो वायरस है.डॉक्टर सागर पटेल ने बताया कि बच्चा और उसका परिवार राजस्थान के डूंगरपुर के रहने वाले हैं. इस संबंध में चांदखेड़ा स्थित ऑरेंज हॉस्पिटल के नियोनेटोलॉजिस्ट एवं इंटेंसिविस्ट विभाग के डाॅ. पटेल ने कहा, "यह बच्चा दो महीने के लिए यहां आया था. मशीन का सहारा देने के बाद बच्चे की हालत बिगड़ गई. फिर वेंटिलेटर पर बच्चा ठीक हो गया. अब बच्चे की हालत बिल्कुल स्वस्थ है.उन्होंने कहा आमतौर पर निजी प्रयोगशाला में हम आईसीयू प्रैक्टिशनर्स ऐसे तमाम वायरस देखते हैं. लेकिन यह एक चीनी वायरस है या नहीं, इसके लिए हमें अभी भी रिपोर्ट और उप-स्वरूपों को विस्तार से देखना बाकी है. इस वायरस का चीन से कोई संबंध है, यह हमें अभी देखना बाकी है.डॉ सागर पटेल ने कहा, "जन्म के बाद बच्चे के फेफड़े कमजोर होने के कारण उसे वेंटिलेटर पर रखना पड़ा, इसलिए डॉक्टर अनुमान लगा रहे हैं कि फेफड़े कमजोर होने के कारण वह किसी सामान्य वायरस से संक्रमित हो गया होगा. लेकिन ये डरने वाली बीमारी नहीं है."
उन्होंने कहा कि एमपीवी का पता चला है, एमएचपीवी का नहीं. एमएचपीवी मानव से मानव में फैलता है, जबकि एमपीवी मानव से मानव में नहीं फैलता है. किसी और तरीके से जैसे पशु-पक्षियों से फैलता है. बच्चा अब स्वस्थ है और जल्द ही उसे छुट्टी दे दी जाएगी.
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