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गुरुवार, 21 नवंबर 2024

घर घर में शिक्षा का दीप जलाएं बाल विवाह बंद कराएं-ब्रह्मदेव

प्रतापगढ़ अंतरराष्ट्रीय बाल दिवस के अवसर पर बाल अधिकार परियोजना के अंतर्गत 14 से 20 नवंबर तक साप्ताहिक बाल उत्सव पर तरुण चेतना द्वारा बहुता में बच्चों के अधिकार को लेकर बाल विवाह एवं बाल श्रम पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें संस्था की उपाध्यक्ष ब्रह्मदेव उपाध्याय ने कहा कि बाल विवाह तथा बाल श्रम जैसे कुप्रथाओं को जड़ से खत्म करने की जरूरत है। ऐसी प्रथाएं सभ्य समाज के लिए एक अभिशाप है। घर-घर में शिक्षा का दीप जलाओ, बाल विवाह को बंद कराओ।बाल अधिकार परियोजना के कोऑर्डिनेटर ने बाल विवाह पर चर्चा करते हुए कहा कि बाल विवाह का सीधा असर न केवल लड़कियों पर, बल्कि उनके परिवार और समुदाय पर भी होता हैं। जिस लड़की की शादी कम उम्र में हो जाती है, उसके स्‍कूल से निकल जाने की संभावना बढ़ जाती है मैसवा मैन हकीम अंसारी ने बेटियों  का उत्सवर्धन करते हुए कहा कि जब गरजती है नारी शक्ति तो इतिहास बदल जाता हैं। अंसारी ने कहा कि बाल विवाह का सीधा असर न केवल लड़कियों पर, बल्कि उनके परिवार और समुदाय पर भी होता हैं। श्याम शंकर शुक्ला ने बाल विवाह सहित अन्य अधिनियम के संबंध में विस्तार से जानकारी दी।श्री शुक्ला ने बेटियों का हौसला अफजाई करते हुए कहा कि बेटियों के अधिकार बिना हर बदलाव अधूरा है। अंत में बाल विवाह एवं बाल श्रम पर महिलाओं द्वारा नुक्कड़ नाटक प्रस्तुत कर लोगों को जागरूक किया। इसी क्रम में साप्ताहिक बाल उत्सव  के समापन पर रमईपुर दिशिनी के मुसहर बस्ती में 30 बच्चों को लोअर टी-शर्ट वितरण किया गया।इस कार्यक्रम में शकुंतला, आंगनबाड़ी कार्यकत्री उर्मिला जायसवाल, नाजरीन, मंजू गुप्ता, गार्गी पटेल, संगीता पटेल, छाया, आरती, हुस्नारा, शहीद आदि लोग उपस्थित रहे।

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