रविवार 3 नवंबर को "शिप्रा कायस्थ महासभा" द्वारा शानदार २१वा कलम दावत व श्री चित्रगुप्त पूजन समारोह का आयोजन किया गया।
हर वर्ष यम द्वितीया के दिन मनाया जाने वाला कलम दावत व भगवान चित्रगुप्त की पूजा बहुत हीं धूमधाम के साथ शिप्रा रिवेरा, इन्दिरापुरम में संपन्न हुआ। इस वर्ष शिप्रा कायस्थ महासभा के 21 वर्ष पुरे होने पे यहाँ के सभी कायस्थ परिवारों में पूजा समारोह को लेकर भारी जोश और उत्साह रहा ।
शिप्रा कायस्थ महासभा (SKM) के संयोजक अनुरंजन श्रीवास्तव ने बताया की शिप्रा कायस्थ महासभा पिछले 20 वर्षों से कायस्थ समाज के इस महान पर्व का आयोजन बहुत हीं धूम धाम से करता आ रहा है और इस साल शिप्रा कायस्थ महासभा अपनी २१ वा सालगिरह काफी जोश,उत्साह ,उमंग , भक्ति भाव और भव्य रूप से मनाया। उन्होंने बताया की यह समारोह शनिवार 2 नवंबर के शाम से ही शुरू हो गया था और सोमवार 4 नवंबर को भगवन श्री चित्रगुप्त की प्रतिमा विसर्जन के साथ संपन्न हुआ ।
शनिवार 2 नवंबर को शाम ४ बजे से बच्चो के विभिन्न प्रकार के खेलकूद प्रतियोगताओ के साथ ही २1 वा पूजा समारोह का शानदार आगाज हुआ। स्पोर्ट्स, ड्राइंग , डिबेट, कुइज़ , क्रिएटिव राइटिंग, सलाद मेकिंग , स्पीकिंग, कविता इत्यादी प्रतियोगताओ में काफी संख्या में बच्चो ने बढ़ चढ़ के भाग लिया। रविवार 3 नवंबर को शिप्रा रिवेरा में निर्धारित समारोह स्थल पर भव्य पंडाल बनाकर हर साल की भाँती भगवन श्री चित्रगुप्त जी की बड़ी प्रतिमा स्थापित की गई। सुबह में करीब १०० से ज्यादा कायस्थ परिवारों ने एक साथ बैठकर सामूहिक कलम दावत और भगवन श्री चित्रगुप्त जी की पूजा अर्चना की। पंडित जी ने बहुत हीं विधिवत ढंग से पूजा अर्चना करवाई। पूजन के बाद सभी लोगो ने प्रसाद लिया तत्पष्चात सबो ने नाश्ता किया। दोपहर में सहभोज की वयवस्था थी जिसमे समाज और महासभा के सारे सदस्यों ने एक साथ भोजन किया।
शाम की आरती के बाद शानदार सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमे महासभा के बच्चो और बड़ो ने काफी मनमोहक प्रस्तुति दी। शानदार ग्रुप डांस , गायकी और नाटक के प्रस्तुति ने पंडाल में बैठे सभी लोगो को कुर्सी से हिलने नहीं दिया। बहार से प्रोशनल गायकों ने शमाँ बाँध दी लोगो ने उनके गाये गानों पे झूम उठे।
शाम के समय गाज़ियाबाद के अलावा दिल्ली, नॉएडा, ग्रेटर नॉएडा, गुडगाँव, फरीदाबाद, मोदीनगर, मेरठ आदि जगहों से कायस्थ समाज के काफी लोग सम्मरोह में सम्मिलित हुए।
इस वर्ष समाज के कई गणमान्य लोग बतौर विसिष्ट अतिथि के रूप में इस सामरोह में अपनी उपस्तिथि दर्ज कराइ । सभी गणमान्य अतिथियो ने शिप्रा कायस्थ महासभा के इस भव्य आयोजन को काफी सरहा और सांस्कृतिक कार्यक्रम में परफॉर्म करने वाले बच्चो की काफी पसंद किया। सभा द्वारा आयोजित रात्रि भोज में समारोह में आये सभी लोग शामिल हुए और स्वादिस्ट भोजन का आनंद लिया।
सोमवार 4 नवंबर को धूमधाम के साथ भगवान चित्रगुप्त जी की मूर्ति हिंडन या गंग नहर, मुराद नगर में विसर्जित की गई। इस विसर्जन यात्रा में महासभा के बच्चे, बड़े और महिला काफी उत्साह के साथ शामिल हुई।
इस पुरे कार्यक्रम को सफल बनाने में शिप्रा कायस्थ महासभा का हर सदस्य अपनी भागीदारी निभाते है और अपना पूर्ण सहयोग आयोजक समिति को देते है। आयोजक समिति में मुख्य रूप से अनुरंजन श्रीवास्तव, डॉ विवेक कुमार , विवेक वर्मा, प्रकाश कर्ण ,प्रमोद श्रीवास्तव, कमलेश कर्ण , पुनीत सक्सेना, धीरज सहाय, विवेक श्रीवास्तव, विजय श्रीवास्तव, राजीव श्रीवास्तव , सुमित कुमार , ऋतू सक्सेना , नम्रता वर्मा , आकांक्षा सिन्हा, निम्मी कर्ण ,शैलजा श्रीवास्तव, दीपा श्रीवास्तव एवं दीप्ति श्रीवास्तव सहित कई अन्य सदस्य इस कार्यक्रम को सफल बनाने में पिछले कई दिनों से लगे हुए थे।
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