वाराणसी पुलिस कमिश्नर ने साफ़ साफ़ हुक्म जारी किया था कि शहर में ट्राफिक जाम के लिए उनके अधीनस्थ मुस्तैद रहे। साथ ही अतिक्रमण और अवैध पार्किंग के ऊपर कड़ी कार्यवाही करे ताकि यातायात सुचारू रूप से चलता रहे। अब इस मुताल्लिक हुक्म को किसने कितना माना ये तो कमिश्नर साहब के पास आने वाली रिपोर्ट कागजों में बता सकती है। मगर हकीकत जिससे आज हम रूबरू करवा रहे है वह साबित करती है कि कम से कम वाराणसी कोतवाली पुलिस तो इस मुताल्लिक उदासीन ही है।
वाराणसी के कोतवाली थाना क्षेत्र में विशेश्वरगंज का जाम लगता है वार्ड फेमस है। मगर अब एक मार्ग और ऐसा है जो है तो वैकल्पिक मार्ग मगर बड़ा महत्वपूर्ण है। इस मार्ग पर कोतवाली पुलिस की उदासीनता के कारण अक्सर ही जाम लगा रहा है। बाबा काल भैरव चौराहे से मृत्युंजय महादेव को जाने वाले मार्ग पर पुरे दिन प्रचंड जाम की स्थिति रहती है। यह जाम कुछ इस तरीके का हो जाता है कि पैदल चलना मुश्किल हो जाता है। ऐसा इस कारण नही है कि इस मार्ग पर ज्यादा ट्रैफिक लोड रहता है। बल्कि इस कारण है कि अवैध पार्किंग पर उदासीन कोतवाली पुलिस इस पर ध्यान नही देती है।बाबा काल भैरव चौराहे से मृत्युंजय महादेव मार्ग पर घुसते के साथ ही दस कदमो की दुरी पर कई आढ़तियो के गोदाम एक नवनिर्मित भवन में है। मार्ग के दाहिने और बाए तरफ लोडर और ट्राली सड़क पर खडी करके माल लोड और अनलोड होता रहता है। बीच सड़क पर खड़े लोडर और ट्राली लाख जाम लगा रहे पैदल निकलने का रास्ता न रहे मगर तब तक आगे पीछे भी नही होते है जब तक पूरी गाडी भर अथवा खाली न हो जाए। इसको महज़ इत्तेफाक नही माना जायेगा कि कोतवाली पुलिस की निगाह नही पड़ती, बल्कि इसको जानबूझ कर अनदेखी माना जा सकता है। क्योकि जिस जगह पर जाम का मुख्य कारण बनता है वह जगह बाबा काल भैरव चौराहे जहा पर सुरक्षा और यातायात हेतु पुलिस खडी रहती है वह से साफ दिखाई देती है।
इसके बावजूद भी कोतवाली पुलिस चार कदम बढ़ कर जाम की समस्याओं का समाधान नही करती है। इसके दो कारण हो सकते है। पहला कारण तो उदासीनता है, और दूसरा कारण आढ़तियो के बल के आगे शांत बैठना हो सकता है। अब आम जनता अगर परेशान है तो परेशान रहा करे, बला से। मगर हकीकत ये है कि कोतवाली पुलिस की इस उदासीनता से दर्शनार्थियो को और आम जनता को समस्याओं का जो सामना करना पड़ता है, वह शब्दों में बयान नही किया जा सकता है। पोस्ट के साथ संलग्नक तस्वीरे आज शनिवार को दोपहर 1 बजे की है। जिसमे आप खुद खड़े डाला को देख सकते है कि किस तरह से बीच सड़क पर डाला लगा कर माल लोड हो रहा है। जाम में पीछे लोग फंसे है तो फंसे रहे।
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