एक ओर पर्यावरण मित्र समूह धरा को सजाने, इसे हरा भरा बनाने के लिए कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहा है वहीं दूसरी ओर पिछले कुछ दिनों से हो रहीं ट्री गार्ड्स चोरी, ट्री गार्ड काट ले जाने और हाल ही में घटित नेट (जाली) को काट कर ले जाने की घटनाएं पर्यावरण मित्रों के हौसले और स्वच्छ स्वस्थ पर्यावरण सृजन के प्रयासों पर कुठाराघात कर रही हैं।
पिछले दिनों पड़ी भीतर तपिश और गर्मी, निरंतर बढ़ते प्रदूषण की समस्या के निदान हेतु नगर के समाज सेवियों एवं पर्यावरण प्रेमियों ने पर्यावरण मित्र समूह का गठन कर वृहद पौधारोपण, इनकी देखभाल और संरक्षा के लिए अथक प्रयास किए हैं। यही नहीं नगर भर में भारी संख्या में पौधों को रोंप कर ट्री गार्ड्स, सीमेंट ईंटों के पक्के घेरे और डिवाइडर पर लगे पौधों की सुरक्षा के लिए नेट यानि कि जाली लगा कर संरक्षा के प्रबंध किए। रोपित पौधों में समय समय पर पानी देने, सूख रहे पौधों को बदलने, मुड़े झुके ट्री गार्ड्स को पुनः संभालने की दिशा में भी निरंतर कार्य कर वृक्षारोपण महाभियान में पर्यावरण मित्र समूह के सदस्य निरंतर मेहनत कर रहे हैं। नगर पालिका परिषद द्वारा भी पौधों में पानी का छिड़काव कराया जा रहा है।
किंतु पिछले कई दिनों से ट्री गार्ड्स चोरी कर ले जाने, आधे काट कर ले जाने तथा पिछली रात में डिवाइडर से जाली काट कर ले जाने से सभी पर्यावरण मित्र चिंतित और परेशान हो रहे हैं कि उनके द्वारा समाज एवं विभिन्न संगठनों, सेवियों के सहयोग से किए जा रहे पर्यावरण संरक्षण के प्रयासों पर कतिपय बुरी प्रवृत्ति के लोगों द्वारा व्यवधान पैदा किया जा रहा है। इस दिशा में सभी के सहयोग और भरपूर ध्यान दिए जाने की आवश्यकता है कि आगे से ऐसी घटनाएं रुक सकें और धरा को सजाने, इसे हरा भरा बनाने के प्रयास पूर्ण रूप से सार्थक और सफल हो सके।
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