Breaking

मंगलवार, 10 सितंबर 2024

real story : ऊपर असली, अंदर नकली नम्बर, चकमा देकर थमा देते रुपयों की गड्डियां औरेया के ठगों की कहानी

औरैया में ठगी करने वाले गैंग के लोग कम समय में रुपया डबल करने का लोगों को लालच देकर उनसे ठगी करते थे. ठगी करने से पहले गैंग के लोग असली नोट देकर कस्टमर को खुद पर भरोसा दिलाते थे.भइया सबसे बड़ा रुपैया…’ रुपयों को दोगुना करने का नाम सुनकर हर किसी की आंखें चमकनें लगती हैं. इसी लालच का फायदा उठाते थे उत्तर प्रदेश के औरैया जिले के ठगों का गैंग. गैंग के लोग आम लोगों को पैसा डबल करने का लालच देकर उन्हें ठग लिया करते थे. पुलिस ने इस गैंग के 4 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. इस गैंग के लोगों ने ठगी करने के लिए एक अलग तरकीब अपनाई. ठगी करने वाले गैंग के लोग नोटों की गड्डी के सबसे आगे और आखिरी में असली नोट लगाकर कर दे दिया करते थे, जबकि गड्डी की सारी नोट में नकली यानि कि बच्चों के खेलने वाली नोटें लगी होती थीं.भोले-भाले लोगों को बहला-फुसला कर रुपये डबल और ट्रिपल करने के बहाने थमाते थे. चिल्ड्रन नोट, पुलिस ने अभी तक चार आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. वहीं आरोपियों के पास से लगभग 20 लाख रुपए के मनोरंजन बैंक और चिल्ड्रन बैंक के नोट बरामद किए गए हैं. साथ ही एक ईको गाड़ी भी बरामद हुई हैं. गड्डी में एक ऊपर और एक नीचे असली नोट लगाकर लोगों से ठगी करते थे. कई बार लोगों को डबल और चार गुना रुपया करने को झांसा देकर कर ठगी कर चुके हैं. वहीं पकड़े गए आरोपी प्रदीप यादव, योगेंद्र शर्मा उर्फ अब्बू, विशाल सिंह सेंगर,जैनुल खान को गिरफ्तार किया गया है.औरैया जिले के दिबियापुर पुलिस को उस समय बड़ी सफलता हाथ लगी जब मुखबिर से पुलिस को सूचना मिली कि एक ईको सफेद रंग की गाड़ी ककोर बंबा पुलिया की ओर से कनारपुर जाने वाली रोड पर खड़ी है, जो की संदिग्ध दिखाई दे रही है. सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस की टीम ने कार्रवाई की और ईको गाड़ी से चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया. जब पुलिस की तरफ से जांच की गई तो तो उनके पास 500 – 500 रुपए के नकली व असली नोटों से बने चार मिले हुए नोटों के बंडल को बरामद किया गया.वहीं पकड़े गए आरोपियों ने पुलिस पूछताछ में बताया कि वह लोग गाड़ी से घूम कर आसपास के इलाकों व जिलों में छोटी रकम को दुगना कर असली नोट देकर विश्वास में लेते हैं उसके बाद बड़ी डील होने पर नोटों की नकली गड्डी के ऊपर व नीचे सतह पर असली नोट लगाकर उसको सप्लाई करते थे और मिले रूपयों को आपस में बांट लेते थे. घटना वाले दिन भी वह लोग अपने एजेंट के पास आए थे और उसके बताए स्थान पर रुक कर उसका इंतजार कर रहे थे, तभी पुलिस ने उनको गिरफ्तार कर लिया.पुलिस अधिकारी ने इस मामले के बारे में बताया कि 9 सितंबर की रात को लगभग 3:30 बजे दिबियापुर थाना के पास ककोर बंबा पर दिबियापुर पुलिस, एसओजी और सर्विलांस की संयुक्त टीम के चेकिंग किया जा रहा था. इसी दौरान पुलिस को सूचना मिली कि ककोर बंबा से कनारपुर जाने वाले रास्ते पर एक ईको गाड़ी संदिग्ध परिस्थितियों में खड़ी है. इस सूचना पर तत्काल संयुक्त टीम ने मौके पर जाकर देखा गया. पुलिस की पूछताछ में उन्होंने बताया कि कस्टमर को लालच देकर 2 लाख के बदले चार लाख दुगना करने का भरोसा दिलाकर उनसे ठगी करते थे.

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

Post Comments