● कुकरा बांकेगंज मार्ग पर आए दिन दिखाई दे रहा बाघ, राहगीरों में दहशत
संवाददाता, बांकेगंज। रविवार को दो बार कुकुरा, बांकेगंज रोड पर बाघ देखा गया। गप्पूजी के धान मिल के सामने बारह बजे दो मिनट तक बाघ खड़ा भी रहा।
गोला वन रेंज कि पश्चिमी बीट व मैलानी वन रेंज की जटपुरा बीट के मध्य निकले बांकेगंज कुकुरा मार्ग पर रविवार की दोपहर बारह बजे बाघ दो मिनट तक खड़ा रहा।मार्ग पर निकलने वाले राहगीर दोनों तरफ काफी दूरी पर खड़े रहे।आज ही के दिन सुबह नौ बजे इसी स्थान पर सड़क से दस मीटर की दूरी पर बांकेगंज निवासी गुरजिंदरसिह ने बैठे देखा था बाघ को।इससे पूर्व 26 अगस्त को दिन में दो बजे बाघ ने यहां से 50 मीटर की दूरी पर रोड क्रास की थी। तब बस में बैठे हुए एक यात्री ने उसका फोटो खींच लिया था।
आज रविवार की दोपहर बारह बजे दो मिनट तक सड़क पर रुकने के पश्चात बाघ गोला क्षेत्र की पश्चिमी बीट में प्रवेश कर गया उसके बाद मित्रा बिन्द्रा फॉर्म मे सरदार कुलदीप सिंह के खेतों से होता हुआ सरदार गुरदीप सिंह के खेतों में जाकर निकला।जहाँ गुरदीप सिंह अपने लेवरों से धान मे दवा स्प्रे करवा रहा था बाघ को देखते ही उन लोगों ने शोर मचाना शुरू कर दिया।उसके पश्चात बाघ अपनी मस्ती मे चलता हुआ गांव बंजरिया के समीप लगी आटा चक्की के पास पहुंचा।वहां ग्रामीणों ने बाघ देखते ही शोर मचाया। जिससे वह रोड क्रॉस करके राठी फॉर्म में सरदार रिजवन्तसिंह के गन्नों में प्रवेश कर गया। बाघ को निकलते हुए दर्जनों ग्रामीणों ने देखा। उसे देखकर काश्तकारों में भगदड़ मच गई जो जहां था वहीं से वापस उल्टे पैर दौड़ पड़ा।उक्त बाघ यहां महीनो से अपना डेरा जमाए हुए हैं,और प्रत्येक दिन किसी न किसी ग्रामीण को दिखाई देता रहता है।उक्त बाघ जानकी नामक बालिका की जान भी ले चुका है,व बंजरिया निवासी श्यामलाल की दो बकरियों को अपना निवाला बना चुका है।क्षेत्र मे महीनों से मौजूद बाघ को नियंत्रित करने के लिये विभाग ने कोई ठोस कदम नहीं उठाए हैं। ग्रामीणों का कहना है कि अगर इस बार बाघ की वजह से कोई जनहानि होती है तो वे डीएम आफिस सामने जन आंदोलन करेंगे।
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