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गुरुवार, 26 सितंबर 2024

शिप्रा खरे के बोल "बाबा तेरी सोन चिरैया आज चली ससुराल" ने मोह लिए मन

• छोटी काशी काव्य कुंभ द्वितीय दिवस बही काव्य रसधार

कपिलश फाउंडेशन के तत्वावधान में वर्ल्ड रिकॉर्ड हेतु चल रहे 150 घंटे से अधिक के छोटी काशी काव्य कुंभ कवि सम्मेलन में फाउंडेशन की अध्यक्ष शिप्रा खरे, गुरु नानक डिग्री कालेज की छात्राओं एवं विभिन्न कवियों ने अपनी सधी और सुधी प्रस्तुतियां देकर तो पांचवी पाली के लोकप्रिय संचालक राम मोहन गुप्त ने अपने त्वरित सृजन, समन्वयन से सभी की वाह वाही अपने नाम कर ली। 

रॉयल लॉन गोला गोकर्णनाथ में यतीश चंद्र शुक्ल एवं राम मोहन गुप्त 'अमर' के संचालन में आयोजित पांचवी पाली के काव्य पाठ के शुरुआती चरण में शिप्रा खरे की प्रस्तुतियों "मेरी प्यारी बिटिया तुमको बहुत बहुत है प्यार, चांद चलता जा रहा था आसमां में... चांदनी अपनी जगह ठिठकी खड़ी थी, मैय्या तोरी देहरी मोको लागे नीक और बाबा तेरी सोन चिरैया आज चली...ससुराल ने सभी की अपार सराहना प्राप्त की। 

इसी पाली में नकुल शर्मा 'उग्र' अमेठी, ज्ञानेश्वर पाण्डेय 'ज्ञान' जौनपुर, विजय यादव ऊंचाहार रायबरेली, विवेकानंद चौबे मिर्जापुर, नैय्यर बिसवांनी, शुएब बिसवांनी, शिवेंद्र मिश्र 'शिव' मैगलगंज सहित छोटी काशी गोला गोकर्णनाथ के सशक्त हस्ताक्षर मधुकर शैदाई, सुधीर अवस्थी, अनुष्का तिवारी, प्रतिज्ञा, खुशी मिश्रा, अंशिका, शमन मिश्रा, वेदिका बाजपेई, शिवम गिरी आदि ने भी प्रमुख रूप से अपनी रचनाएं प्रस्तुत कर लोगों के दिल जीत लिए।

छोटी काशी काव्य कुंभ कवि सम्मेलन के दौरान आयोजन के संरक्षक विनय तिवारी, संयोजक यतीश चंद्र शुक्ल, श्रीकांत तिवारी कांत एवं रविसुत शुक्ल, आयोजन समिति के राम मोहन गुप्त, रामजी रस्तोगी,अरविंद गुप्ता रामजी, प्रहलाद पटेल, हितेंद्र गुप्ता, गौरव गुप्ता, मनोज कश्यप, शिक्षिकायें शिवा पाठक, शालिनी, टाइम कीपर गीतांजलि, जेबा एवं अजय शुक्ला सहित भारी संख्या में कवि, कवित्री, शायर, अतिथि एवं श्रोता उपस्थित रहे।

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